Move to Jagran APP

मुनाफावसूली के चलते गोल्ड ETF में 12 महीने बाद निकासी, अप्रैल में निवेशकों ने निकाले 396 करोड़

मुनाफावसूली के चलते गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेट फंड) से अप्रैल में 12 महीने बाद 396 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई है। गोल्ड ईटीएफ से मार्च 2023 के बाद यह पहली निकासी है। इससे पहले मार्च 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ 373 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ था। मार्च 2023 में गोल्ड ईटीएफ से 226 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Sun, 12 May 2024 07:25 PM (IST)
Hero Image
मार्च 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ 373 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ था।
पीटीआई, नई दिल्ली। मुनाफावसूली के चलते गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेट फंड) से अप्रैल में 12 महीने बाद 396 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई है। गोल्ड ईटीएफ से मार्च 2023 के बाद यह पहली निकासी है। इससे पहले मार्च 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ 373 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ था। मार्च 2023 में गोल्ड ईटीएफ से 226 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी।

एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एमएफएफआई) के डेटा के अनुसार, शुद्ध निकासी के बावजूद अप्रैल में गोल्ड फंड्स का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 32,789 करोड़ रुपये रहा है जो इसी वर्ष मार्च के अंत में 31,224 करोड़ रुपये था। डेटा के अनुसार, पूरे कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 2,920 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था, जो 2022 के 459 करोड़ के मुकाबले काफी ज्यादा था।

पिछले महीने गोल्ड ईटीएफ के फोलियो (खातों) की संख्या में भी एक लाख से ज्यादा की वृद्धि रही है। अप्रैल के अंत में गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने वाले फोलियो की संख्या 51.84 लाख रही है जो मार्च के अंत में 50.61 लाख थी।

इक्विटी के मुकाबले कमजोर रहा सोना

मार्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के विश्लेषक मेल्विन सेंटारिटा का कहना है कि पिछले एक वर्ष के दौरान सोने ने भारतीय रुपये के संदर्भ में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि, यह इक्विटी के मुकाबले कम रहा है। इसको देखते हुए इक्विटी के सापेक्ष गोल्ड ईटीएफ में निवेश कुछ हद तक कमजोर रहा है। निवेशकों ने इस निवेश श्रेणी में कुछ मुनाफा बुक करने का विकल्प चुना है। इसका परिणाम यह है कि कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद शुद्ध निकासी दर्ज की गई है। जेरोधा फंड हाउस के सीईओ विशाल जैन का कहना है कि गोल्ड ईटीएफ में निवेश से लिक्विडिटी, लागत-प्रभावशीलता और सुरक्षा जैसे लाभ मिलते हैं।

दिसंबर 2019 के मुकाबले छह गुना बढ़ा एयूएम

गोल्ड ईटीएफ के एयूएम में दिसंबर 2019 के मुकाबले करीब छह गुना की वृद्धि रही है। दिसंबर 2019 में इसका एयूएम 5,528 करोड़ रुपये था, जो अप्रैल 2024 में बढ़कर 31,224 करोड़ रुपये हो गया है। दिसंबर 2023 में गोल्ड ईटीएफ का एयूएम 25,959 करोड़ रुपये था।

शीर्ष-10 में से छह कंपनियों का पूंजीकरण घटा

बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों में रही गिरावट के चलते बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष-10 में से छह कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 1.73 लाख करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई है। इस दौरान एचडीएफसी बैंक के पूंजीकरण में सबसे ज्यादा 60,678.26 करोड़ रुपये की कमी हुई है। इसके अलावा एलआइसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आइसीआइसीआइ बैंक, एसबीआइ और आइटीसी का पूंजीकरण भी घटा है। दूसरी ओर एचयूएल, टीसीएस, भारती एयरटेल और इन्फोसिस का पूंजीकरण बढ़ा है।

यह भी पढ़ें : Cyber Crime: 40000 सिम कार्ड, 180 से ज्यादा मोबाइल; ऐसे करता था ऑनलाइन ट्रेडिंग में फ्रॉड