Women’s Day 2024: महिलाओं के लिए ट्रेन में सफर होता है आरामदायक, Indian Railway देता है ये खास सुविधाएं
8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। अब ट्रेन में कोई भी महिला अकेले भी बड़ी आसानी और सुरक्षित तरीके से सफर कर सकती है। ऐसे में उनके सफर को और आरामदायक बनाने के लिए भारतीय रेलवे महिलाओं को कई सुविधाएं देता है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि महिलाओं को भारतीय रेलवे में कौन-सी सुविधा मिलती है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। Women’s Day 2024: हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) मनाया जाता है। यह दिन नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। भारत सरकार महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाते हैं।
ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railway) भी महिलाओं को कई फायदे देता है। वर्तमान में महिलाएं आराम और सुरक्षित कहीं भी अकेले सफर कर सकती है। भारतीय रेलवे द्वारा महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में कई लोग नहीं जानते हैं।
आज हम आपको महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताएंगे।
रात को ट्रेन से महिला को नहीं उतार सकता टीटी
अगर किसी वजह से कोई महिला बिना टिकट के ट्रेन में सफर कर रही है तो बता दें कि रात में टीटी महिला को ट्रेन से नहीं उतार सकता है। अगर कोई टीटी ऐसा करता है तो महिला इसके खिलाफ रेलवे अथॉरिटी को शिकायत कर सकती है।
बता दें कि बिना टिकट ट्रेन में सफर करना गैरकानूनी है। अगर रात में किसी वजह से महिला को उतारा जाता है तब उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ या जीआरपी की होती है।
उन्हें यह सुनिश्चित करना होता है कि उन्होंने महिला को जहां छोड़ा है वो वहां पूरी तरह सेफ है या नहीं।
महिला को मिलता है कोटा
भारतीय रेलवे ने हर ट्रेन में महिलाओं को कोटा दिया है। हर स्लीपर कोच में 7 लोअर बर्थ महिलाओं के लिए रिजर्व होती है। वहीं, 3 टियर एसी में 4 से 5 सीट, 2 एसी में 3 से 4 लोअर बर्थ को महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाता है।
अगर कोई गर्भवती महिलाओं, सीनियर सिटीजनों, 45 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिला ट्रेन से सफर करती है तो उन्हें इस कोटे के तहत सीट दी जाती है।
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महिला को मिलती है लोअर बर्थ
45 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिला यात्री को भारतीय रेलवे में लोअर बर्थ की सीट मिलती है। भारतीय रेलवे में यह सिस्टम ऑटोमेटिक है। अगर किसी महिला ने टिकट बुकिंग करते वक्त सीट सेलेक्शन में लोअर बर्थ नहीं सेलेक्ट किया है और उसकी उम्र 45 वर्ष से ज्यादा है तब भी उसे लोअर सीट मिलेगी।
दरअसल, भारतीय रेलवे में यह प्रावधान डिफॉल्ट है।
महिलाओं को मिलेगा अकोमोडेशन
भारतीय रेलवे के अनुसार मेल या फिर एक्सप्रेस ट्रेन में भी महिलाओं को अनारक्षित कैटेगरी में भी अकोमोडेशन मिलेगा। इसके अलावा उपनगरीय ट्रेन या फिर लोकल ट्रेन में महिलाओं के लिए सेपरेट कोच भी होगा।
महिलाओं के लिए स्पेशल ट्रेन
भारतीय रेलवे महिलाओं के लिए कई स्पेशल ट्रेन भी चलता है। इन ट्रेनों के बारे में रेल ऑफिस में जाकर पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा कई स्टेशन पर महिलाओं के लिए अलग से हॉल या वेटिंग रूम भी बनाए गए हैं।
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