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World Bank ने घटाया 2024 का विकास अनुमान, ब्याज दरों में वृद्धि के चलते सुस्त रहेगी अर्थव्यवस्था की चाल

वर्ल्ड बैंक ने आज वैश्विक अर्थव्यवस्था के उपर एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था एक अनिश्चित स्थिति में है और विकास दर में भारी गिरावट हो सकती है। वर्ल्ड बैंक ने इसका कारण ब्याज दर में तेजी से वृद्धि होने को बताया है।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 06 Jun 2023 09:38 PM (IST)
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World Bank reduced the growth forecast for 2024, due to increase in interest rates
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: वर्ल्ड बैंक ने आज वैश्विक अर्थव्यवस्था के उपर एक रिपोर्ट जारी किया है। विश्व बैंक ने रिपोर्ट में बताया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था एक अनिश्चित स्थिति में है और विकास दर में भारी गिरावट की ओर बढ़ रही है।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने विश्व बैंक के रिपोर्ट के हवाले से कहा कि ब्याज दर में तेजी से वृद्धि होने की वजह से गतिविधियों को प्रभावित किया है और कम आय वाले देशों में कमजोरियों को बढ़ावा दिया है।

अब होगी इतनी ग्रोथ

विश्व बैंक ने लेटेस्ट रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि 2022 में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि के बाद 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में केवल 2.1 प्रतिशत का विस्तार होगा।

वर्ल्ड बैंक ने कहा कि भले ही हाल की मजबूत गति ने संस्था को अपने वर्ल्ड जीडीपी पूर्वानुमान को वर्ष के लिए जनवरी में अनुमानित 1.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 2.1 प्रतिशत करने के लिए प्रेरित किया, लेकिन फिर भी विश्व बैंक ने 2024 के लिए अपने अनुमान को 2.7 प्रतिशत से घटाकर 2.4 प्रतिशत कर दिया है।

मुद्रास्फीति रोकने के लिए बैंक बढ़ा रहे हैं ब्याज दर

फेडरल रिजर्व और अन्य प्रमुख केंद्रीय बैंक आक्रामक रूप से मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए ब्याज दरों में वृद्धि कर रहे हैं लेकिन महामारी के कारण आए मंदी, लगातार आपूर्ति की कमी और यूक्रेन युद्ध के कारण ऊर्जा और खाद्य कीमतों में उछाल से मुश्किलें और बढ़ रही हैं।

अमेरिका में बढ़ सकता है आर्थिक विकास

विश्व बैंक ने इस साल अमेरिकी आर्थिक विकास के अपने पूर्वानुमान को बढ़ाकर 1.1 प्रतिशत कर दिया है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के कमजोर होने के बावजूद विश्व बैंक ने जनवरी में अनुमानित विकास दर को दोगुने से भी अधिक बताया है।

वहीं जनवरी में वर्ल्ड बैंक ने यूरोप के आर्थिक विकास को बिल्कुल भी नहीं बढ़ने की उम्मीद जताई थी। आपको बता दें कि यूरोप, यूक्रेन युद्ध की वजह से उच्च ऊर्जा की कीमतों की वजह से संघर्ष कर रहा था।