वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने भी माना भारत का लोहा, कहा- यहां निवेशकों को भरपूर कमाई का मौका मिला
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF)ने भी भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत की तारीफ की है। उसका कहना है कि भारत दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक रहा है और निवेशकों ने यहां पैसा बनाया है। उसने इसका श्रेय दिवालिया कानून और कराधान संहिता (टैक्स कोड) जैसे नीतिगत बदलावों और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (DPI) द्वारा तैयार किए गए मंच को दिया है।
पीटीआई, नई दिल्ली : दिवालिया कानून और कराधान संहिता (टैक्स कोड) जैसे नीतिगत बदलावों और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (DPI) द्वारा तैयार की गई पृष्टभूमि ने भारत ने वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए एक आकर्षक निवेश गंतव्य बना दिया है। विश्व आर्थिक मंच (WEF) में वित्तीय और मौद्रिक प्रणाली केंद्र के प्रमुख मैथ्यू ब्लेक ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बाजारों में से एक रहा है और निवेशकों ने यहां पैसा बनाया है।
हालांकि ब्लेक ने यह भी कहा कि बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहती है, इसलिए निवेशकों को जागरूक करने की जरूरत है। ब्लेक ने कहा कि WEF और कैंब्रिज सेंटर फॉर अल्टरनेटिव फाइनेंस द्वारा फिनटेक सीईओ के बीच किए गए एक सर्वे से पता चलता है कि 70 प्रतिशत कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को एक बड़ी ताकत मानती हैं और इसे उत्पादों और सेवाओं के अनुसार प्रयोग किया जा सकता है।ब्लेक ने कहा कि जोखिम प्रबंधन के संदर्भ में AI मददगार हो सकती है और उसे प्रौद्योगिकी में तेजी से हो रहे बदलावों के अनुरूप ढालने की जरूरत है।
जनवरी में जारी 'द फ्यूचर आफ ग्लोबल फिनटेक: टुवर्ड्स रेजिलिएंट एंड इनक्लूसिव ग्रोथ' पर WEF-कैंब्रिज रिपोर्ट में पाया गया था कि अधिकांश वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियां अपने नियामक माहौल के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखती हैं। सर्वेक्षण में शामिल 38 प्रतिशत फिनटेक ने अपने संचालन और विकास के लिए नियामक वातावरण को एक प्रमुख सहायक कारक बताया।