Q4 Results: 26 रुपये का है स्टॉक, मुनाफे में 123% का उछाल, क्या शेयर खरीदने की मचेगी लूट?
यस बैंक (Yes Bank) के नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर जोरदार उछाल आया है। बैंक को वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (Q4FY2024) में 123 प्रतिशत का मुनाफा हुआ है। यस बैंक के ग्रॉस NPA और नेट NPA में सुधार आया है जिसका असर उसके नतीजों पर दिख रहा है। पिछले एक महीने के दौरान यस बैंक के शेयरों में 13 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। देश के प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक (Yes Bank) के नेट प्रॉफिट में सालाना आधार जोरदार उछाल आया है। बैंक को वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (Q4FY2024) में 123 प्रतिशत का मुनाफा हुआ है। यस बैंक के ग्रॉस NPA और नेट NPA में सुधार आया है, जिसका असर उसके नतीजों पर दिख रहा है।
यस बैंक को जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 4.52 अरब रुपये का शुद्ध लाभ हुआ, जो एक साल पहले 2.02 अरब रुपये था। इसका मतलब कि यस बैंक का मुनाफा दोगुने से अधिक हो गया है। यह एनालिस्टों के अनुमान से भी काफी अधिक है। एनालिस्ट मानकर चल रहे थे कि यस बैंक का मुनाफा 3.41 अरब रुपये रह सकता है।
यस बैंक के चल रहे अच्छे दिन
पिछले कुछ समय से यस बैंक के लिए कई मोर्चों से राहत की खबर आई है। पहले तो उसके को-फाउंडर रहे राणा कपूर को चार साल बाद जमानत मिली। फिर रिपोर्ट आई कि जापान और दुबई के कुछ निवेशक बैंक में पैसे लगा सकते हैं। इन सकारात्मक खबरों से यस बैंक के शेयरों की रफ्तार भी बढ़ी।यस बैंक के शेयरों का हाल
यस बैंक का शेयर शुक्रवार (27 अप्रैल) को बीएसई पर 0.73 प्रतिशत बढ़कर 26.15 रुपये बंद हुआ था। पिछले एक महीने के दौरान इसमें 13 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया है। पिछले 6 महीने में यस बैंक ने निवेशकों को 63 प्रतिशत और एक साल में 67 प्रतिशत का मुनाफा दिया है।यस बैंक का टारगेट प्राइस
हालांकि, अच्छे प्रदर्शन के बावजूद ब्रोकरेज फर्म अभी यस बैंक पर भरोसा नहीं कर पा रही हैं। पिछले दिनों मॉर्गन स्टैनली और नोमुरा जैसी प्रतिष्ठित ब्रोकरेज फर्मों ने यस बैंक के टारगेट प्राइस को घटा दिया था। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि यस बैंक अच्छा तो कर रहा है, लेकिन प्रतिद्वंद्वी बैंकों के मुकाबले यह अभी काफी पीछे है।
(एजेंसी से इनपुट के साथ)(इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है। कोई भी निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।)यह भी पढ़ें : सिंगापुर और हांगकांग के बाद क्या अमेरिका में भी बैन होंगे MDH और एवरेस्ट के मसाले?