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म्यूचुअल फंड पर घट रहा भरोसा? स्टॉक में सीधे पैसे लगाने का क्यों बढ़ रहा चलन

इक्विटी म्यूचुअल फंड में अक्टूबर में रिकॉर्ड 41887 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। यह इक्विटी आधारित फंड में शुद्ध निवेश का लगातार 44वां महीना रहा। इसे थीमैटिक फंड में मजबूत निवेश से बल मिला। इससे जाहिर होता है कि ज्यादातर लोग मार्केट में गिरावट के बावजूद अपनी एसआईपी जारी रखे हुए हैं। हालांकि अब युवाओं में सीधे स्टॉक में पैसे लगाने का चलन भी बढ़ रहा है।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 12 Nov 2024 03:17 PM (IST)
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नौजवानों का एक बड़ा हिस्सा म्यूचुअल फंड के बजाय सीधे स्टॉक में निवेश करना पसंद करता है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। इक्विटी म्यूचुअल फंड में अक्टूबर के दौरान 41,887 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश हुआ। यह मासिक आधार पर 21 प्रतिशत से अधिक की ग्रोथ है। इसे थीमैटिक फंड में मजबूत निवेश से बल मिला है। थीमैटिक फंड्स एक प्रकार की म्यूचुअल फंड योजनाएं हैं, जो ग्रीन एनर्जी और टेक्नोलॉजी जैसे खास विषयों और ट्रेंडों पर केंद्रित होती हैं।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के डेटा से पता चलता है कि यह इक्विटी आधारित फंड में शुद्ध निवेश का लगातार 44वां महीना है। इससे पता चलता है कि शेयर मार्केट में भारी गिरावट के बावजूद निवेशकों अपनी SIP जारी रखे हुए हैं।

कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड उद्योग में सितंबर में 71,114 करोड़ रुपये की निकासी के बाद अक्टूबर में 2.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ। डेट योजनाओं में 1.57 लाख करोड़ रुपये का निवेश इसकी प्रमुख वजह है। सितंबर में उद्योग के तहत प्रबंधित शुद्ध संपत्ति 67 लाख करोड़ रुपये थी जो अक्टूबर में बढ़कर 67.25 लाख करोड़ रुपये हो गई।

सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 5-6 प्रतिशत की गिरावट हाल के वर्षों में सबसे तेज गिरावट में से एक है। इस तरह की गिरावट हमने मार्च, 2020 में देखी थी। तेज गिरावट के बीच खुदरा निवेशकों ने उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया और 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया।

संतोष जोसेफ, को-फाउंडर और सीईओ, जर्मिनेट इन्वेस्टर सर्विसेज

सीधे स्टॉक में पैसे लगा रहे नौजवान

नौजवानों का एक बड़ा हिस्सा म्यूचुअल फंड के बजाय सीधे स्टॉक में निवेश करना पसंद करता है। फिनटेक ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन की सब्सिडियरी फिन वन की रिपोर्ट के अनुसार, 93 प्रतिशत युवा लगातार बचत करते हैं और इनमें से अधिकांश अपनी मासिक आय का 20-30 प्रतिशत बचाते हैं।

करबी 45 प्रतिशत युवाओं ने फिक्स्ड डिपॉजिट या सोने जैसे पारंपरिक विकल्पों की तुलना में स्टॉक में पैसे लगाने को तरजीह दी। फिलहाल 58 प्रतिशत युवा भारतीय निवेशक शेयरों में निवेश करते हैं, जबकि 39 प्रतिशत म्यूचुअल फंड में। ब्रोकरेज फर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 22 प्रतिशत युवा फिक्स्ड डिपाजिट और 26 प्रतिशत आवर्ती जमा जैसे विकल्पों को अपनाया है।

इस रिपोर्ट में 13 से अधिक भारतीय शहरों के 1,600 से अधिक युवाओं के डाटा शामिल किया गया है और इसमें बचत व्यवहार, निवेश प्राथमिकताएं, वित्तीय साक्षरता और प्रौद्योगिकी व वित्तीय साधनों के उपयोग के चार प्रमुख क्षेत्रों को बेंचमार्क माना गया है।

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