जोमैटो को देर रात के सबसे ज्यादा ऑर्डर दिल्ली-NCR से मिले, नाश्ते के बेंगलुरु से; प्लेटफॉर्म फीस से कमाए 83 करोड़
जोमैटो की रिपोर्ट बताती है कि कंपनी को पिछले वित्त वर्ष में देर रात के अधिकांश ऑर्डर दिल्ली एनसीआर से आए। वहीं नाश्ते का सबसे अधिक ऑर्डर बेंगलुरु से मिला। जोमैटो ने पिछले अगस्त में दो रुपये प्रति ऑर्डर प्लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया। इसने अब प्रमुख बाजारों में धीरे-धीरे बढ़ाकर छह रुपये कर दिया है। जोमैटो की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी स्विगी भी प्रत्येक ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस लेती है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। ऑनलाइन ऑर्डर पर फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने 2024 में मार्च तक ग्राहकों से प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर 83 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने यह जानकारी अपनी सालाना रिपोर्ट में दी है। जोमैटो पिछले साल अगस्त में हर ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया था। इससे उसने कई बार इजाफा किया और वह फिलहाल 6 रुपये की फीस ले रहा है।
जोमैटो की आमदनी जिन तीन प्रमुख वजहों से बढ़ी है, उनमें प्लेटफॉर्म फीस भी एक है। कंपनी का रेवेन्यू पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में सालाना आधार पर 27 फीसदी बढ़कर 7,792 करोड़ रुपये हो गया।
फ्री डिलिवरी की भरपाई
सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, 'जीओवी (ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू) के प्रतिशत के रूप में समायोजित राजस्व में वृद्धि जारी रही। इसका मुख्य कारण रेस्टोरेंट कमीशन दरों में वृद्धि, विज्ञापन मौद्रिकरण में सुधार और पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से प्लेटफॉर्म फीस शुल्क की शुरुआत है।'जोमैटो अपने 'गोल्ड' सब्सक्रिप्शन वाले ग्राहकों को मुफ्त डिलिवरी ऑफर करती है। कंपनी का कहना है कि प्लेटफॉर्म फीस समेत तीनों लाभों ने मुफ्त डिलिवरी लाभ के कारण प्रति ऑर्डर होने वाले नुकसान की भरपाई कर दी।