Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Budget 2024: 163 साल पुरानी है बजट की विरासत, भारत के पहले बजट से लेकर इस बजट में पेश हुआ था सबसे लंबा भाषण

Union Budget 2024 बजट भाषण पर आम जनता का फोकस रहता है। वह भी जानने के लिए इच्छुक होते हैं कि आखिर उनके लिए इस बजट में क्या फैसला लिया जाता है। हर साल बजट भाषण की एक अलग समय सीमा होती है। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि सबसे लंबा बजट भाषण किसने पेश किया है?

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Thu, 01 Feb 2024 09:52 AM (IST)
Hero Image
163 साल पुरानी है बजट की विरासत

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हर साल आने वाले वित्त वर्ष की प्लानिंग के लिए सरकार बजट पेश करती है। इस बजट में सरकार अपने खर्च के साथ रेवेन्यू को लेकर अनुमान लगाती है।

आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) द्वारा वोट ऑन अकाउंट पेश किया जाएगा। बजट पेश करने को बजट भाषण (Budget Speech) भी कहा जाता है।

इन भाषण को रिकॉर्ड किया जाता है। ऐसे में हर साल बजट की समयसीमा अलग होती है। चलिए जानते हैं कि अभी तक का सबसे लंबा बजट भाषण कौन-सा है?

किसने पेश किया भारत का पहला बजट

भारत में पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था। यह बजट ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) ने पेश किया था। यह बजट उस समय के स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन ने पेश किया था। इसके बाद से बजट का सिलसिला जारी रहा।

इसका मतलब है कि भारत में बजट पेश करने की परंपरा 163 साल पुरानी है। हालांकि, इसमें समय-समय पर बदलाव देखने को मिला है।

आजादी के बाद पहला बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आरके शन्मुखम चेट्टी द्वारा पेश किया गया था। अभी तक देश में 75 यूनियन बजट, 14 अंतरिम बजट और 4 स्पेशल बजट पेश हो गए हैं।

इस साल 1 फरवरी 2024 को भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। बजट के साथ बजट भाषण भी पेश किया जाता है।

यह है लंबा बजट भाषण

अभी तक का सबसे लंबा बजट भाषण 1 फरवरी 2020 को पेश हुआ था। यह भाषण वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा दिया गया था। इन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया था। इस बजट का समय 2 घंटे 52 मिनट था। इस भाषण में उन्होंने जुलाई 2019 का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया।

जुलाई 2019 में उन्होंने 2 घंटे 17 मिनट बोला था। वर्ष 2019 में उन्होंने पहली बार बजट पेश किया था।

वहीं, सबसे छोटा बजट हीरूभाई मूलजीभाई पटेल ने पेश किया था। उन्होंने अपने बजट भाषण में केवल 800 शब्द बोले थे। आपको बता दें कि वर्ष 1977 से 1979 में मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली सरकार थी।

बजट में इस्तेमाल होने वाले ज्यादा शब्द

कई बजट भाषण लंबे नहीं थे परंतु उस बजट में सबसे ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल किया गया।

वर्ष 1991 में तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने बजट भाषण में 18,650 शब्दों का इस्तेमाल किया था।

अरुण जेटली ने वर्ष 2018 में बजट भाषण में 18,604 शब्द बोले थे। जेटली का यह भाषण 1 घंटा 49 मिनट का था।

इस वित्त मंत्री ने पेश किया सबसे ज्यादा बजट

सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को जाता है। वह वर्ष 1962 से 1969 तक वित्त मंत्री थे। उन्होंने 10 बजट पेश किये थे।  

  • इनके बाद पी.चिंदबरम ने 9 बजट पेश किये हैं।
  • वहीं, प्रणब मुखर्जी ने 8 बजट पेश किये हैं।
  • पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी 8 बजट पेश किये हैं।
  • इसी तरह अरुण जेटली ने 5 बजट पेश किये हैं।
  • वहीं, निर्मला सीतारमण ने 5 बजट पेश किये हैं। 1 फरवरी 2024 को वह छठा बजट पेश करेंगी।