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Interim VS Regular Budget: आज क्यों पेश हो रहा यूनियन बजट की जगह अंतरिम बजट? क्या इस साल पेश होगा आम बजट

Budget 2024 आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण छठी बार बजट पेश करेगी। इस बार अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। ऐसे में सवाल आता है कि आखिर इस बार अंतरिम बजट क्यों पेश किया जाएगा? यह रेगुलर बजट से कितना अलग होता है। देश में कब-कब और किस वजह से अंतरिम बजट पेश किया जाता है? आइए इन सवालों का जवाब इस आर्टिकल में जानते हैं।

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Thu, 01 Feb 2024 09:14 AM (IST)
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Interim Budget से कितना अलग है Regular Budget
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आज सरकार द्वारा अंतरिम बजट पेश होने वाला है। अंतरिम बजट केंद्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पेश करेंगी। सरकार अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश करेंसी।

ऐसे में अब सवाल आता है कि आखिर इस साल आम बजट पेश क्यों नहीं होगा? आम बजट से अंतरिम बजट कितना अलग होता है? चलिए, इस आर्टिकल में इन सभी सवालों का जवाब जानते हैं।

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अंतरिम बजट क्या है?

जिस साल देश में लोकसभा के चुनाव होने वाले होते हैं उस साल वित्त मंत्री अंतरिम बजट पेश करती है। यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ाने में मदद करती है।

इस बजट में पूरे साल की जगह पर आगामी वित्त वर्ष के कुछ महीनों को कवर किया जाता है।

यह बजट इस बात को सुनिश्चित करता है कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम या सेवाएं बिना किसी रोक के चलते रहे।

बता दें कि इस बजट में कोई नई योजना की घोषणा नहीं की जाती है। इसमें सिर्फ चल रही स्कीम या योजनाओं के लिए राशि आवंटित किया जाता है। आसान भाषा में समझे तो यह एक तरह का अस्थायी बजट होता है।

यह केवल दो महीने के लिए वैध होता है पर जरूरत पड़ने पर इसकी समयसीमा बढ़ाई जा सकती है। अंतरिम बजट का उद्देश्य होता है कि नई सरकार को एक सुरक्षित स्थिति देना ताकि वह अच्छे शुरुआत कर सकें।

रेगुलर बजट क्या है?

जब एक पूरे वित्त वर्ष के लिए कोई बजट पेश किया जाता है तो वह पूर्ण बजट या आम बजट (Union Budget) होता है। इस बजट में आगामी वित्त वर्ष के लिए 1 अप्रैल से 31 मार्च तक का वित्तीय विवरण दिया जाता है।

इसमें सरकार नई स्कीम की घोषणा भी करती है। इसके अलावा सरकार बुनियादी ढांचे, शिक्षा, हेल्थ सर्विस, सिक्योरिटी के लिए खर्चों का विवरण भी देती है।

यह एक तरह से पूरे वित्त वर्ष के खर्चों का रोडमैप होता है। यह बजट केंद्र सरकार के निर्देशन में लागू होता है। आम बजट का उद्देश्य होता है देश की अर्थव्यवस्था में तेजी लाना।

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यूनियन बजट से कितना अलग है अंतरिम बजट?

यूनियन बजट और अंतरिम बजट में काफी अंतर होता है। इन दोनों में सबसे मुख्य अंतर होता है कि यूनियन बजट स्थायी बजट है। जबकि, अंतरिम बजट अस्थायी बजट है। यूनियन बजट को पूरे एक वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल से 31 मार्च के लिए पेश किया जाता है।

वहीं, अंतरिम बजट कुछ महीने के लिए पेश किया जाता है। इस बजट में सरकार कोई नई घोषणा नहीं करती है बल्कि वह वित्तीय खर्चों का ब्यौरा देती है। जबकि, आम बजट में सरकार वित्तीय घोषणाओं के बारे में बताती है।

कब पेश होगा यूनियन बजट ?

इस साल आम चुनाव के बाद जब नई सरकार बनेगी तो वह यूनियन बजट लेकर आएंगी। इस बजट में सरकार द्वारा कोई नई घोषणा या फिर कोई बदलाव किये जा सकते हैं।

अंतरिम बजट क्यों जरूरी?

अंतरिम बजट में सरकार आने वाले वित्तीय वर्ष के कुछ महीनों के वित्तीय खर्चों का ब्यौरा देती है। इसमें सरकार नई सरकार बनने से पहले वित्तीय खर्चों को मैनेज करती है।

अंतरिम बजट में क्या पेश होता है?

अंतरिम बजट में सरकार शॉर्ट -टर्म खर्चों, रेवेन्यू, वित्तीय प्रदर्शन की जानकारी देती है। अंतरिम बजट मौजूदा सरकार को एक अवसर देती है। इसमें सरकार चुनाव से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।

हालांकि, अंतरिम बजट में सरकार कोई नई योजना या पॉलिसी की घोषणा नहीं करती है। सरकार अंतरिम बजट में मौजूदा योजना या पॉलिसी में बदलाव कर सकती है।

बजट से एक दिन पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाता है, लेकिन अंतरिम बजट पेश से एक दिन पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश नहीं होता है।