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Budget 2024: लाल क्यों होता है बजट ब्रीफकेस - बही खाता, अंग्रेजों से क्या है इसका कनेक्शन

Budget 2024 बजट में चाहे ब्रीफकेस आए या फिर बही-खाता रंग उसका लाल ही रहता है। आखिर बजट और लाल रंग का क्या कनेक्शन है। कई लोगों को मानना है कि इसका कनेक्शन ब्रिटिश राज से हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि बजट का लाल रंग से क्या कनेक्शन है और किस साल बजट ब्रीफकेस लाल न होकर काला था।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Tue, 23 Jul 2024 09:05 AM (IST)
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Budget 2024: लाल बजट का अंग्रेजों से है कोई कनेक्शन

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 23 जुलाई 2024 (मंगलवार) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यूनियन बजट (Union Budget 2024-25) पेश करेंगी। अगर हर साल के बजट को ध्यान से देखें तो एक कॉमन चीज देखने को मिलेगी और वो है लाल रंग का ब्रीफकेस या बही-खाता।

जी हां, साल 2019 में निर्मला सीतारमण ने बजट पेश के लिए ब्रीफकेस की जगह लाल रंग का क्लॉथ का इस्तेमाल किया था।

अब कुछ सालों से बजट पूरी तरह डिजिटल टैबलेट के जरिये पेश होता है, जिसे पारंपरिक बही-खाता स्टाइल के पाउच में लाया जाता है। यह एक तरह से पुरानी परंपरा को मॉर्डन ट्विस्ट के साथ लाया गया है।

वर्ष 2021 में निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के लिए आई-पैड (iPad) का इस्तेमाल किया था और भारत की एक पुरानी परंपरा पर ब्रेक लग गया। इस आई-पैड को भी लाल रंग के क्लॉथ में कवर किया गया और इसे बही-खाता नाम दिया गया। ऐसे में हर साल पेश होने वाले बजट में लाल रंग कॉमन रहा, चाहे वो ब्रीफकेस या फिर बही-खाता हो।

आज हम आपको बताएंगे कि बजट का लाल रंग से क्या कनेक्शन है? क्या इसका संबंध ब्रिटिशर्स से है।

कहां से आया लाल रंग

लाल रंग के बजट ब्रीफकेस का संबंध ब्रिटिश राज से है। 1860 में ब्रिटिश चांसलर ग्लैडस्टोन ने रानी के मोनोग्राम के साथ  एक लाल चमड़े से ढका ब्रीफकेस पेश किया था। इस ब्रीफकेस को ग्लैडस्टोन बॉक्स कहा जाने लगा। इसके बाद से बजट के लिए इस तरह के लाल रंग के ब्रीफकेस का इस्तेमाल होने लगा।

लाल रंग चुनने के पीछे के कारण

  • प्रिंस अल्बर्ट की प्राथमिकता
  • आर्म ऑफ द हाउस का रंग

लाल रंग और बजट से जुड़ी एक और कहानी काफी प्रसिद्ध है। कहानी के अनुसार 16वीं शताब्दी के अंत में महारानी एलिजाबेथ प्रथम (Elizabeth I) के प्रतिनिधि ने स्पेनिश राजदूत को काले पुडिंग से भरा एक लाल ब्रीफकेस भेंट किया, तब से लाल रंग की परंपरा की शुरुआत हुई।

ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के अलावा लाल रंग काफी आकर्षित करता है और इस वजह से यह महत्वपूर्ण घोषणा के लिए उपयुक्त माना जाता है।

'Budget' शब्द का इतिहास

'बजट' शब्द फ्रेंच के 'बुगेट' से लिया गया है। इसका मतलब लेदर बैग होता है। इस वजह से हर वित्त मंत्री संसद में अपने भाषण से पहले चमड़े के बैग के साथ पोज देते हैं। बजट की परंपरा 18वीं सदी जितनी पुरानी है। 'बजट खोलने' का अनुरोध  सबसे पहले ब्रिटेन के बजट चीफ ने अपने वार्षिक भाषण में किया था।  

इस अनुरोध के बाद 1860 में ब्रिटिश बजट चीफ विलियम ई ग्लैडस्टोन ने अपने बजट भाषण और बजट दस्तावेज के लिए लाल रंग के ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया था। इसके बाद से बजट ब्रीफकेस लोकप्रिय हो गया।  

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भारत में बजट परंपरा का कैसे हुआ विकास

  • 26, नवंबर, 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आरके शनमुखम चेट्टी ने पहले बजट की घोषणा की थी। इस समय से भारत में बजट भाषण से पहले बैग रखने की परंपरा शुरू हुई।
  • साल 1958 में पहली बार भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बजट के लिए लाल की जगह काले ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया था।
  • 1991 में भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बजट पेश करने के लिए काला बैग लाए थे।
  • 1998-99 के बजट पेश करने के लिए तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने काले चमड़े का बैग लाए थे, जिसमें पट्टियाँ और बकल थे।
  • वित्त मंत्री के रूप में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बजट भाषण के लिए एक बार फिर से ब्रिटेन में इस्तेमाल होने वाले ग्लैडस्टोन बॉक्स जैसा लाल रंग का बॉक्स लाए।

वैसे तो बजट ब्रीफकेस एक छोटा सा बैग है, लेकिन यह छोटा सा बैग देश के लिए काफी अहम होता है। इसमें देश के भविष्य या आर्थिक प्रगति से जुड़े कई अहम फैसले होते हैं। भारत सरकार द्वारा अभी भी शताब्दी पुरानी परंपरा का सफलतापूर्वक पालन किया जा रहा है।

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