Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Budget 2024: आगामी बजट से Education Sector को हैं कई उम्मीदें, इन चीजों पर सरकार ले सकती है फैसला

Budget 2024 Expectation आम बजट (Union Budget 2024) की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार भी आम जनता को उम्मीद है कि सरकार उनके हित में कई फैसले लेंगी। आगामी बजट से एजुकेशन सेक्टर (Education Sector) को भी कई उम्मीदें हैं। आज हम आपको अपने आर्टिकल में बताएंगे कि आगामी बजट को लेकर एजुकेशन सेक्टर को क्या उम्मीद है।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Fri, 21 Jun 2024 03:27 PM (IST)
Hero Image
Education Sector को है इस बजट से कई उम्मीदें

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। यूनियन बजट की तैयारी शुरू हो गई है। इस साल लोकसभा चुनाव के वजह से दो बजट पेश किये गए थे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फरवरी में अंतरिम बजट (Budget 2024-25) पेश किया था। अब वह चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आम बजट पेश करने वाली है। आम बजट की तैयारी शुरू हो गई है।

उम्मीद है कि अगले महीने आम बजट (Aam Budget 2024) पेश किया जाएगा। हालांकि, अभी तक बजट की तारीख को लेकर कोई अधिकारिक जानकारी जारी नहीं आई है। आम बजट को लेकर एजुकेशन सेक्टर को कई उम्मीदें हैं।

क्या है एजुकेशन सेक्टर की उम्मीदें

एजुकेशन सेक्टर को उम्मीद है कि इस आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अहम घोषणा कर सकती हैं।

ग्रेडिंग डॉट कॉम की फाउंडर ममता शेखावत के अनुसार

आम बजट में सरकार उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए ज्यादा बजट आवंटित कर सकते हैं। सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों और कॉलेजों की स्थिति सुधारने के लिए भी कदम उठा सकती हैं। इसके अलावा डिजिटल एजुकेशन के लिए भी घोषणाएं हो सकती है।

कोरोना महामारी के बाद एजुकेशन सिस्टम में बहुत बदलाव हुए हैं। कोविड-19 के बाद ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा मिला है। ऐसे में सरकार डिजिटल उपकरणों और इंटरनेट की उपलब्धता बढ़ाने के लिए योजनाओं की घोषणा कर सकती है।

बजट में शिक्षक प्रशिक्षण और विकास के लिए भी प्रावधान हो सकते हैं। इसके लिए टीचर्स को नए-नए तरीकों से पढ़ाने की ट्रेनिंग मिलनी चाहिए ताकि वे बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सकें।

ममता शेखावत ने कहा कि सरकार को अनुसंधान और विकास के लिए भी बजट में विशेष ध्यान देना चाहिए।

एजुकेशन लोन के नियमों में भी सुधार होना चाहिए। अगर एजुकेशन लोन (Education Loan) में सुधार होता है तो इससे बच्चों को फायदा होगा। इसके अलावा सरकार को स्कॉलरशिप की संख्या में भी इजाफा होना चाहिए और उसकी प्रक्रिया को भी सरल बनना चाहिए।

ममता शेखावत ने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर एजुकेशन सेक्टर का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होता है तो इससे स्टूडेंट को पढ़ने के लिए अच्छा वातावरण मिलेगा।