10 लाख के बजट में बनेगा शानदार मकान, एक्सपर्ट की सलाह से ऐसे कराएं कंस्ट्रक्शन, बचेगी बड़ी रकम
मान लीजिए कि आपके पास 800 से 1000 वर्ग फीट का एक प्लॉट है और आप यहां एक दोमंजिला (ग्राउंड+1) मकान बनाना चाहते हैं। तो आप उसे Construct करवा सकते हैं लेकिन मकान बनाने में बहुत धैर्य और प्लानिंग की जरूरत होती है।
By Ashish DeepEdited By: Updated: Wed, 22 Sep 2021 07:33 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मान लीजिए कि आपके पास 800 से 1000 वर्ग फीट का एक प्लॉट है और आप यहां एक दोमंजिला (ग्राउंड+1) मकान बनाना चाहते हैं। तो आप उसे Construct करवा सकते हैं लेकिन मकान बनाने में बहुत धैर्य और प्लानिंग की जरूरत होती है। इसका सबसे मुश्किल हिस्सा यह पता लगाना है कि शुरू कहां से करें! एक मकान बनाने के तीन जरूरी पार्ट हैं- प्लानिंग, डिजाइनिंग और क्रियान्वयन।
पार्ट 1 – प्लानिंग:यदि आप चाहते हैं कि आपको अपने मकान को लेकर कम-से-कम पछतावा हो, तो इस बारे में स्पष्टता जरूरी है कि आपकी जरूरतें क्या हैं, आपको किस लिए प्लान करने की जरूरत है?
अप्रूवल्स – इसमें लोकल गवर्निंग बॉडीज से एनओसी, गैर-कृषि भूमि साबित करने के लिए NA सर्टिफिकेट और बिल्डिंग प्लान का अप्रूवल शामिल है। इनके अलावा आपको लोकल वाटर सप्लाई और इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई बोर्ड से भी अप्रूवल लेना होगा। आपको ध्यान रखना होगा कि इन संगठनों को क्या चाहिए। आपके मकान को कई लोगों के पैमाने पर खरा उतरना होगा। इसके लिए कई लोगों को खुश करना होगा।
एक बजट
पहले से एक स्पष्ट बजट बनाकर रखें। एक नया मकान बनाने की कीमत 1,500 से 5000 रुपये प्रति वर्गफीट तक हो सकती है। यह कई पहलू और पसंद पर निर्भर करता है। ऐसे में अच्छी तरह से सोचकर तैयार किए गए बजट से आपको यह तय करने में आसानी होगी कि क्या बनवाना है। ये कुछ पहलू हैं, जिनका बजट बनाते समय ध्यान रखना जरूरी है:टैक्स और फीस डिजाइनिंग और इंजीनियरिंग से जुड़ी लागत
कंस्ट्रक्शन से जुड़ी लागतमटेरियल्स से जुड़ी लागतफर्नीचर और फिक्सचरइमरजेंसी फंडसमयसीमाआपको यहां अपने कॉन्ट्रैक्टर के साथ तालमेल बिठाना होगा। अपने अगले चरण और उसमें हर चरण में लगने वाले समय के बारे में उनके साथ बातचीत करें। आमतौर पर, इसमें 4-6 महीने लग जाते हैं। मानसून का समय काम शुरू करने के लिए ठीक नहीं है। मकान बनाने के सामान्य चरणों और समय के बारे में बताने के लिए एक अनुमान तैयार किया गया है। आप इसे अपने निर्माण में एक मार्गदर्शक की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं:
पार्ट 2 – डिजाइनिंग:तो, आपने निर्माण के लिए अच्छे से प्लान कर लिया है। अब वह हिस्सा आता है, जहां आप चुनते हैं कि आपका मकान कैसा दिखेगा। यहां अच्छी बात यह है कि आपके पास अपने मकान को अपनी पसंद के अनुसार, डिजाइन करने का अवसर मिल रहा है, (यह जोखिम भरी बात भी है क्योंकि आप इसे लेकर पछताना नहीं चाहते)! यहां ये सवाल आपकी मदद कर सकते हैं:
मकान का आकार आपके कैसा लेआउट चाहिए?वास्तु के हिसाब से डिजाइन में कोई विशेष जरूरत?कोई सस्टेनेबल काम? जैसे रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट अथवा रोजाना इस्तेमाल के लिए सोलर पैनल या घर पर ही सब्जियां उगाने के लिए बालकनी में छोटा सा गार्डेन?यह एक प्रोफेशनल आर्किटेक्ट, कॉन्ट्रैक्टर अथवा अनुभवी राजमिस्त्री की नियुक्ति करने का सही समय है, जो डिजाइन तैयार करने में आपकी मदद कर सकते हैं, आपको एक अनुमान दे सकते हैं और समय पर आपका मकान तैयार कर सकते हैं। आइए सबसे पहले आर्किटेक्ट की बात करते हैं। आप अपनी जरूरतों के लिए सही आर्किटेक्ट कैसे चुनेंगे? इसके लिए आप ऑनलाइन रिसर्च कर सकते हैं या परिचित लोगों से जानकारी ले सकते हैं।
पार्ट 3 – क्रियान्वयन: यह टेबल आपको कंस्ट्रक्शन बजट की प्लानिंग में मदद करेगी।लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा, कंस्ट्रक्शन की इस लागत के अलावा भी कुछ खर्च हैं। ऐसे में यह कंस्ट्रक्शन लोन (Construction Loan) लेने का ठीक समय है। इस तरह आपको पैसे के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं होगी, और न ही आपका कॉन्ट्रैक्टर हर सप्ताह पेमेंट के लिए आपके पीछे पड़ा रहेगा ... आप चैन से रह सकते हैं और अपने सपनों के मकान के निर्माण की निगरानी कर सकते हैं!
जैसा कि आर्किटेक्ट पी. सतीश कहते हैं, "किफायती मकान के निर्माण के लिए तीसरी आंख की आवश्यकता होती है। चौतरफा लागत कम करने के उपायों की जरूरत होती है। प्लानिंग से लेकर, सामग्री खरीद, डिजाइन प्लान और एग्जीक्यूशन तक लागत कम करने में मदद कर सकते हैं। कार्यप्रणाली बहुत मायने रखती है, उदाहरण के लिए लॉरी बेकर की एक तकनीक है, जो फिलर स्लैब, रैट्रैप बॉन्डिंग, एक्सपोज्ड ब्रिक स्ट्रक्चर और बहुत कुछ हासिल करने के लिए मददगार है। यह लागत को कम करने और एक सपनों के मकान को और अधिक रहने योग्य बनाने के लिए मददगार है।
(इस आर्टिकल को आर्किडेस स्टूडियोज के प्रिंसिपल आर्किटेक्ट पी सतीश और होम फर्स्ट ने मिलकर लिखा है। छपे विचार लेखक के निजी हैं।)