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Investment Mantra: मुनाफा कमाने का कोई रॉकेट साइंस नहीं, दूसरों की गलतियों से सबक लेना जरूरी

Investment Mantra बिजनेस का नेतृत्व करने वाले व्यक्तियों से सबक लेना आपके लिए अधिक जरूरी सबक है। एक अच्छा निवेशक बनने के लिए भरोसा और नैतिक आचरण ही कारगर तरीके से काम करने की सबसे बड़ी शर्त है।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth PriyadarshiUpdated: Tue, 16 May 2023 09:15 PM (IST)
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no rocket science to earn profit in stock market, necessary to learn from the mistakes of others
नई दिल्ली, धीरेंद्र कुमार। दुनिया बदलना आपको अवसर नहीं देता। आपको दूसरों की बेवकूफियां अवसर देती हैं। जितने वर्षों से मैं बफे और मंगर का ओमाहा, अमेरिका वाला शो देख रहा हूं, उनमें से ये वाला सबसे ज्यादा हंसी-मजाक और दोनों बुजुर्गों की सार्थक और सच्ची बातों से भरपूर था। बफे ने कहा, वैल्यू इन्वेस्टिंग की सारी थ्योरी एक तरफ रख दीजिए। आपको सिर्फ दूसरों की बेवकूफी भरे कामों की जरूरत है। निवेश की दुनिया में इस एक चीज की कभी कमी नहीं होगी।

बफे और मंगर का यह सालाना शो, दुनिया के सबसे प्रसिद्ध कंपनी बर्कशायर हैथवे की सालाना शेयर होल्डर मीटिंग या एजीएम के सवाल-जवाब वाले सेशन का हिस्सा है। दोनों बुजुर्ग जिसमें एक 92 और दूसरे 99 साल के हैं, दुनिया के सबसे मशहूर इन्वेस्टर हैं। इनका बिजनेस व इन्वेस्टमेंट का ज्ञान और अनुभव दशकों लंबा है। इन्वेस्टमेंट, बिजनेस और जीवन के हर पहलू पर होने वाले ये सवाल-जवाब बिना किसी स्कि्रप्ट के होते हैं। इनमें खुलापन होता है, गहरा नजरिया झलकता है और बातों में मजाकिया अंदाज भी खूब शामिल रहता है।

क्या हैं वैल्यू इन्वेस्टिंग शब्द के असल मायने

दर्शकों में से किसी के पूछे एक सवाल के जवाब में था कि आर्टिफिशस इंटेलिजेंस (एआइ) व दूसरे तेजी से बदलाव लाने वाली तकनीक का भविष्य की वैल्यू इन्वेस्टिंग पर कैसा असर होगा और इस पर निवेशकों के लिए क्या सलाह होगी। दिलचस्प है कि इस सवाल के जवाब को लेकर बफे और मंगर में एक राय नहीं थी। जैसे ही सवाल आया, मंगर ने तुरंत कहा कि इस सवाल का जवाब देने में मुझे खुशी होगी।

उन्होंने कहा कि वैल्यू इन्वेस्टर को अब मुश्किल वक्त का सामना करना होगा, क्योंकि अब बहुत से लोग एक ही अवसर को पाने की होड़ में होंगे और इसलिए उन्हें कम मुनाफा पाने का आदी हो जाना चाहिए।

इसके बाद बफे ने कमान संभाली और झट से कहा, "चार्ली यही बात मुझे तब से कहते आ रहे हैं जब से हम दोनों एक दूसरे को जानते हैं।' इस पर चार्ली ने बात काटते हुए कहा, 'पर अब हम कम मुनाफा कमा रहे हैं।' इसके बाद बफे ने समझाते हुए कहा कि 1942 में जब से उन्होंने निवेश की शुरुआत की, तब से दुनिया में बहुत सी नई चीजें आईं। मगर इनमें से किसी चीज ने कुछ नहीं बदला और न ही टेक्नोलाजी ने। नई चीजों के आने से अवसर खत्म नहीं हो जाते। जो बात आपको अवसर उपलब्ध कराती है, वो लोगों द्वारा की जा रही बेवकूफियां हैं। मैं तो कहूंगा कि पिछले 58 साल में, जब से मैं बर्कशायर चला रहा हूं, लोगों द्वारा की जा रही बेवकूफियों में बहुत इजाफा हुआ है और अब वो ज्यादा बड़ी बेवकूफियां करते हैं।"

निवेशक बनने का रॉकेट साइंस नहीं

जो कोई भी थोड़ा-बहुत भी बिजनेस या निवेश में दिलचस्पी रखता है, उसके लिए सवाल-जवाब का ये सत्र सीखने और मनोरंजन का शानदार मौका है। बर्कशायर एजीएम देखने का मुख्य लक्ष्य ये नहीं होना चाहिए कि ओमाहा के ये दो महारथी किस कंपनी या इंडस्ट्री में दिलचस्पी ले रहे हैं।

आखिरकार, हममें से ज्यादातर लोगों के लिए बफे और मंगर की आधा ट्रिलियन डालर का पर्स मैनेज करने के लिए जरूरी समझ की जरूरत तो है नहीं। इसके बजाए हमारे लिए असली मायने रखते हैं इन दोनों के वो अटल सिद्धांत, जिन पर पर वो पिछले छह दशक से कायम रहे हैं।

उसी बिजनेस में पैसा डालें, जिसे आप समझते हैं

उनके सिद्धांतों की कुछ खूबियां हैं। पहली- लंबे समय का नजरिया रखें, क्योंकि मजबूत बिजनेस ही आती-जाती मुश्किलों के सामने टिक पाते हैं। दूसरी- स्टाक मार्केट के उतार-चढ़ाव को स्वीकार करें और अपने फायदे के लिए उसका इस्तेमाल करें। तीसरी, सिर्फ उसी बिजनेस में पैसा डालें, जिसे आप समझते हैं।

(लेखक वैल्यू रिसर्च आनलाइन डाट काम के सीईओ हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)