Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Health Insurance: फैमली के लिए बेस्ट है Floater Policy, नवजात बच्चे के साथ परिवार के 15 लोग हो सकते हैं कवर

Health Insurance हेल्थ इंश्योरेंस काफी जरूरी होता है। यह एक तरह का सेविंग ही है। इसमें निवेश करके आप खुद के साथ अपने पूरे परिवार को सुरक्षित कर सकते हैं। हेल्थ इंश्योरेंस में आप अपने नवजात बच्चे को भी शामिल कर सकते हैं। जब आपका बच्चा बड़ा हो जाता है तो आपको उनके लिए अलग से प्लान लेना होता है। इन पॉलिसी में कब तक बच्चे को कवरेज मिलती है?

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Mon, 09 Oct 2023 06:24 PM (IST)
Hero Image
Health Insurance: फैमली के लिए बेस्ट है Floater Policy

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आज के समय में मेडिकल के खर्चों को कम करने के लिए और परिवार को सुरक्षित करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस काफी कारगर होता है। हेल्थ इंश्योरेंस में आप अपने  माता-पिता, पति/पत्नी और बच्चों को कवर कर सकते हैं। देश में कई लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस का महत्व कोविड-19 के वक्त समझ आया। एक हेल्थ इंश्योरेंस में आप खुद के साथ परिवार को भी सुरक्षित कर सकते हैं। इसके लिए आप फैमिली फ्लोटर्स पॉलिसी (Family Floater Policy) ले सकते हैं।

फैमिली फ्लोटर्स पॉलिसी कई देशों में मिलती है। इसमें माता-पिता के साथ आप अपने दादा और दादी को भी शामिल कर सकते हैं। वैसे कई एक्सपर्ट का कहना है कि बुजुर्ग माता-पिता को अलग-अलग पॉलिसियों के तहत कवर किया जाना चाहिए। यह काफी अच्छा ऑप्शन होता है। इसमें फैमिली फ्लोटर्स पॉलिसी से ज्यादा लाभ मिलता है। आइए, पहले जानते हैं कि आखिर आज के समय में हर युवा के लिए हेल्थ इंश्योरेंस इतना जरूरी क्यों होता है?

हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी

कोई भी दुर्घटना कभी बता कर नहीं आती है। ऐसे में मेडिकल के खर्चों को कवर करने में हेल्थ इंश्योरेंस काफी कारगर साबित होती है। यह आपात स्थिति में पैसों की दिक्कत को भी दूर कर देती है। इसके अलावा इसमें आप खुद के साथ अपनी पत्नी-पति और बच्चे को भी शामिल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आप 10 लाख रुपये का इंश्योरेंस लेते हैं तो इसमें आप और आपकी पत्नी और पति दोनों कवर होते हैं।

अगर आप कहीं बाहर गए हैं तब भी आपको अपने परिवार की चिंता नहीं होगी। अगर आप किसी वर्ष अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं और कुछ वर्षों के बाद आपका पार्टनर को मेडिकल की आवश्यकता होती है तब भी यह इंश्योरेंस काफी काम आएगा। अगर आप फैमिली फ्लोटर्स पॉलिसी का लाभ लेते हैं तो यह आपके और पार्टनर के साथ भविष्य होने वाले बच्चे को भी सुरक्षा देता है।

इस पॉलिसी में नवजात शिशु के इलाज के लिए डिलीवरी के 90 दिनों के बाद तक भुगतान किया जाता है। वहीं, लागू प्रीमियम का भुगतान करने के बाद आपका बच्चा भी इस पॉलिसी में कवर हो जाता है। आइए, जानते हैं कि इस पॉलिसी में नवजात शिशु के कि खर्चों को कवर किया जाता है। फैमिली फ्लोटर पॉलिसियों में आप 15 व्यक्ति को शामिल कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें- Health Insurance खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान, क्लेम लेते समय नहीं होगी कोई परेशानी

नवजात शिशु के ये खर्च होते हैं कवर

फैमिली फ्लोटर पॉलिसी में नवजात बच्चों का पहले 90 दिनों के लिए बीमा किया जाता है। इसमें अगर नवजात बच्चों को किसी भी तरह की कोई मेडिकल परेशानी होती है तो उसे कवर किया जाता है। कई बीमा कंपनी इन पॉलिसी पर एक लिमिट तय करती है। ऐसे में आपको चेक करना चाहिए कि आप जो पॉलिसी ले रहे हैं उनके क्या नियम व शर्तें हैं।

कई पॉलिसीहोल्डर मातृत्व लाभ उप-सीमा (Maternity Benefit Sub-Limit) वाले प्लान को सिलेक्ट करते हैं। इसमें मां के साथ शिशु को भी कवर किया जाता है। इसके अलावा सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय टीकाकरण में बच्चों को शुरुआत में लगने वाले टीकाकरण का भी लाभ दिया जाता है।

ये भी पढ़ें- Health Insurance है जरूरी, गंभीर बीमारी होने पर मिलता है एकमुश्त भुगतान; जानिए इसकी खास बातें

फैमिली फ्लोटर पॉलिसियों में कब तक शामिल रहता है बच्चा

फैमिली फ्लोटर पॉलिसियों में बच्चों को 25 उम्र तक शामिल किया जाता है। 25 आयु पूरे होने के बाद बच्चे को फैमिली फ्लोटर पॉलिसियों  से अलग कर दिया जाता है। इसके बाद बच्चे के लिए अलग से हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना होता है। आपको बता दें कि नवजात शिशुओं को केवल मातृत्व लाभ वाली बीमा पॉलिसियों में ही कवर किया जाता है।

अगर बच्चे की शादी हो जाती है तो उसे पॉलिसी से बाहर कर दिया जाता है। कई फैमिली फ्लोटर पॉलिसी में पॉलिसी होल्डर की आयु काफी निर्भर करती है। पॉलिसीहोल्डर की आयु के आधार पर ही प्रीमियम निर्धारित किया जाता है। इसके अलावा पॉलिसीहोल्डर कितनी राशि का कवरेज ले रहा है, यह भी निर्भर करता है।

पॉलिसी में सबसे बड़ा सदस्य जितना बड़ा होगा प्रीमियम उतना ज्यादा होगा। पॉलिसीहोल्डर जब भी कोई पॉलिसी लेने का सोच रहे हैं तो उन्हें कई कंपनी की पॉलिसी की तुलना करनी चाहिए। इसके साथ ही कंपनी द्वारा बनाए गए नियमों और शर्तों को भी ध्यान में रखना चाहिए।