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Car Insurance : एक साल में कई क्लेम लेना कितना बेहतर? जानें ये जरूरी प्वाइंट

Car Insurance अगर आपने जीरो डेप्रिसिएशन कवरेज वाली कार इंश्योरेंस पॉलिसी ली है तो क्लेम करते समय कंपनी इस तरह के कवरेज पर विचार नहीं कर सकती है। इसलिए बीमा क्लेम करने से पहले ऐसी पॉलिसी की सीमाओं की जांच करना महत्वपूर्ण है।

By Saurabh VermaEdited By: Updated: Thu, 09 Jun 2022 08:14 AM (IST)
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Photo Credit - Car Insurance File Photo
नई दिल्ली, बिजनसे टेक। अगर आप कार खरीद रहे हैं, तो आपके लिए कार का इंश्योरेंस लेना जरूरी हो जाता है। इसका फायदा उस वक्त मिलता है, जब आपकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है। उस वक्त आप इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं। इतनी बातें आमतौर पर सभी को मालूम होती है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि एक साल में कई सारे क्लेम किए जा सकते हैं?

एक्सपर्ट की मानें, तो 12 माह में अधिकतम कितने बीमा क्लेम दाखिल किए जा सकते हैं, इसकी कोई लिमिट तय नहीं है। लेकिन ग्राहकों को ऐसा करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपकी बीमा पॉलिसी को प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे मल्टीपल इंश्योरेंस आपकी पॉलिसी को प्रभावित कर सकते हैं-

नो-क्लेम बोनस पर असर

अगर आप अपने इंश्योरेंस पर कोई क्लेम नहीं करते हैं, तो आपको प्रीमियम लिमिट पर नो क्लेम बोनस दिया जाता है। इसकी लिमिट में साल दर साल इजाफा होता रहता है। अगर 5 साल तक क्लेम नहीं किया जा सकाता है, तो यह छूट 50 फीसदी हों सकती है। इसलिए सलाह है कि जब जरूरी हो, तभी क्लेम करना चाहिए।

प्रीमियम में होगा इजाफा

वही कार इंश्योरेंस का कई बार क्लेम दाखिल करने पर रेटिंग निगेटिव हो जाती है। ऐसा करने पर बीमा कंपनी अगले वर्ष प्रीमियम दर में इजाफा कर सकती हैं।

जीरो डेप्रिसिएशन

अगर आपने जीरो डेप्रिसिएशन कवरेज वाली कार इंश्योरेंस पॉलिसी ली है, तो क्लेम करते समय कंपनी इस तरह के कवरेज पर विचार नहीं कर सकती है। इसलिए बीमा क्लेम करने से पहले ऐसी पॉलिसी की सीमाओं की जांच करना महत्वपूर्ण है।

डिडक्टिबल्स

अगर मरम्मत की लागत बीमा पॉलिसी में काफी कम है, तो बेहतर है कि क्लेम फाइल न करें। हालांकि, अगर आप अभी भी दावा दायर करना चाहते हैं, तो आपको कम मुआवजे के लिए तैयार रहना चाहिए।

कार इंश्योरेंस क्लेम को लेकर इन प्वाइंट को रखना चाहिए ध्यान

  1. अगर आपकी कार पर लगे छोटे-छोटे डेंट और खरोंच आपको परेशान कर सकते हैं। यह सलाह दी जाती है कि बीमा क्लेम मांगने के बजाय अपनी जेब से इन्हें ठीक करवाएं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस तरह के मामूली नुकसान का दावा करने से पॉलिसी कवर के फायदे खत्म हो सकते हैं।
  2. अगर कार मेंटिनेंस की लागत पॉलिसी में क्लेम से ज्यादा है, तो दावा न करना ही बेहतर है।
  3. छोटी मरम्मत के लिए क्लेम करते समय किसी को यह ध्यान देना चाहिए कि यह लागत नो क्लेम बोनस राशि से बहुत ज्यादा है।