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Health Insurance Policy: हेल्थ इंश्योरेंस को कितना समझते हैं आप, क्या आपको है इन बातों की जानकारी

Health Insurance आज के दौर की एक अनिवार्य जरूरत बन गया है। अगर आप मेडिकल बिल पर होने वाले खर्चों को काबू में रखना चाहते हैं तो एक अच्छी और किफायती मेडिक्लेम पॉलिसी जितनी जल्दी हो सके खरीद लें।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Sat, 09 Jul 2022 08:50 AM (IST)
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Know everything about health or medical insurance
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। जब आप युवा होते हैं, तो हमें लगता है कि स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस) की जरूरत मुख्य रूप से वृद्ध लोगों के लिए होती है। लेकिन जरूरी नहीं कि यह सच हो। युवा लोग भी बीमारी, विकलांगता और इमरजेंसी मेडिकल कंडीशन के शिकार हो सकते हैं।आज की भागदौड़ से भरी जिंदगी में किसी की पास स्वास्थ्य की चिंता करने का समय नहीं है, ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस आपकी बहुत मदद कर सकता है। जिस तरह आए दिन नई-नई बीमारियां आ रही हैं और जिस तेजी से अस्पतालों का बिल बढ़ रहा है, उसको देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस बहुत जरूरी है। भारत में चिकित्सा की लगत बहुत अधिक है। इसमें हर साल लगभग आठ प्रतिशत की दर से महंगाई भी बढ़ रही है, ऐसे में एक अच्छी स्वास्थ्य बीमा योजना का होना नितांत आवश्यक है। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले इन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

हर उम्र की जरूरत है हेल्थ इंश्योरेंस

आप चाहे किसी भी आयु के हों, जितनी जल्दी हो सके हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) खरीद लें। दरअसल, पॉलिसी खरीदने के लिए आपको कितने ऐसे देने होंगे, यह काफी हद तक आपकी उम्र पर निर्भर होता है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाएगी, आपको बीमा कवर के लिए अधिक पैसा देना होगा। बढ़ती उम्र के साथ आदमी बहुत सी ऐसी बीमारियों की गिरफ्त में आ जाता है, जो पॉलिसी में कवर नहीं होतीं। ऐसे में जितनी जल्दी हेल्थ इंश्योरेंस ले लेंगे, मेडिकल जांच कराने की झंझटों से बचे रहेंगे। यदि आपका पारिवारिक इतिहास है तो जीवनशैली से जुड़ी कुछ बीमारियों के अगली पीढ़ी तक जाने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसी परिस्थितियों में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी होने से मदद मिलती है।

हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम

हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम कितना है, इस पर भी गौर करना बहुत जरूरी है। कम प्रीमियम के लालच में आकर कभी ऐसे पॉलिसी नहीं लेनी चाहिए, जिसमें तमाम तरह की शर्तें लगी हों और बाद में आपको क्लेम हासिल करने में परेशानी हो। बोनस और छूट पर भी ध्यान देना चाहिए।

हेल्थ इंश्योरेंस की प्रतीक्षा अवधि

कुछ बीमारियों के कवरेज के लिए प्रत्येक पॉलिसी एक निर्धारित समय सीमा का पालन करती है, जिसे प्रतीक्षा अवधि के रूप में जाना जाता है। इससे पहले आपकी उन मेडिकल कंडीशंस को कवर नहीं किया जाएग। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले उसके नियमों और शर्तों को पूरी तरह जांच लें। कम उम्र में स्वास्थ्य बीमा योजना लेने का यह फायदा होता है कि जब उम्र बढ़ने के साथ खतरा बढ़ता है तो यह चिंता करने की जरूरत नहीं होती कि कौन सी बीमारियां कवर होंगी और कौन सी नहीं।

हेल्थ इंश्योरेंस के कवरेज को समझें

अपने स्वास्थ्य बीमा द्वारा कवर की जाने वाली सेवाओं और किसी भी आपात स्थिति में होने वाले खर्चे को समझना बहुत आवश्यक है। यदि आप एक अपर्याप्त या सीमित स्वास्थ्य बीमा योजना चुनते हैं तो आपको अपनी जेब से भुगतान करना पड़ सकता है। युवाओं के लिए 25 लाख रुपये तक की व्यापक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में निवेश करना समझदारी है, ताकि किसी भी अप्रत्याशित खर्च से खुद को बचाया जा सके।

बीमारियां और दुर्घटनाएं

यह समझना महत्वपूर्ण है कि दिल का दौरा, स्ट्रोक, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और इस तरह की अन्य बीमारियां अब युवा लोगों को भी अपनी चपेट में ले रही हैं। आजकल सड़क हादसे भी बहुत होने लगे हैं, ऐसे में यह जरूर देख लें कि क्या आपकी पॉलिसी में ये सभी चीजें कवर हो रही हैं या नहीं। बहुत सी बीमा कंपनियां कोविड का क्लेम देने में आनाकानी करती हैं। कोरोना वायरस के नए-नए वैरियंट्स को देखते हुए यह सुनिश्चित कर लें कि आपके हेल्थ इंश्योरेंस में कोरोना कवर भी मिलता हो। यह भी बता दें कि लाइफ-स्टाइल डिजीज या प्रेग्नेंसी जैसी स्थितियों को ज्यादातर कंपनियां कवर नहीं करती हैं।