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SIP Investment: एसआईपी में करते हैं निवेश? अपने इन्वेस्टमेंट पर हाई रिटर्न पाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स

कई लोग एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। एसआईपी के जरिए निवेशक हर महीने एक निश्चित रकम निवेश करता है। चूंकि एसआईपी में निवेश करना आसान है जोखिम कम है और अच्छा रिटर्न मिलता है इसलिए यह निवेश माध्यम लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है। तो आज हम आपको बताएंगे कि आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए कैसे हाई रिटर्न कमा सकते हैं।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Mon, 13 Nov 2023 08:30 AM (IST)
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जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, अपने एसआईपी में निवेश की राशि को बढ़ाने पर विचार करें।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कोई भी निवेशक जब बाजार में निवेश करता है तो उच्च रिटर्न पाने की उम्मीद रखता है। कई लोग म्यूचुअल फंड में सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करते हैं। एसआईपी के जरिए निवेशक हर महीने एक निश्चित अमाउंट निवेश करता है।

चूंकि एसआईपी में निवेश करना आसान, कम जोखिम और अच्छा रिटर्न मिलता है इसलिए लोगों को ये निवेश उपकरण काफी पसंद आता है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे की आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए उच्च रिटर्न कैसे पा सकते हैं।

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जल्द करें एसआईपी में निवेश की शुरुआत:

अधिकतम रिटर्न पाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी निवेश की शुरुआत कर दें। अगर आपको पैसे से पैसा बनाना है पावार ऑफ कमपाउंडिग को समझना पड़ेगा।

पावर ऑफ कमपाउंडिंग का मतलब समय से साथ आपका निवेशीत पैसा बढ़ना। अधिकतम एसआईपी लॉन्ग टर्म निवेश होते हैं। आपका पैसा जितने लंबे समय के लिए निवेश किया जाएगा, उसे तेजी से बढ़ने में उतना ही अधिक समय लगेगा। जरूरी नहीं की आप ज्यादा पैसा ही निवेश करें आप एसआईपी में महज 500 रुपये से भी शुरुआत कर सकते हैं।

नियमित निवेश करें:

जीवन में कोई भी काम हो अनुसाशन होना जरुरी है। निवेश में भी अगर आप नियमित निवेश नहीं करते हैं तो आपको अपने वित्तीय लक्ष्य तक पहुंचने में परेशानी आ सकती है। एसआईपी में आपको हर महीने तय राशि जमा करनी होगा और नियमित रुप से इसे करना होगा।

चूंकी म्यूचुअल फंड भी बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए आपको बाजार में मंदी से घबरा कर अपनी एसआईपी बंद नहीं करनी चाहिए क्योंकि बाजार में शॉर्ट टर्म के लिए मंदी रहती है। लॉन्ग टर्म में आपको पैसा बनेगा।

समय के साथ अपने एसआईपी अमाउंट को बढ़ाएं:

जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, अपने एसआईपी में निवेश की राशि को बढ़ाने पर विचार करें। अपने एसआईपी योगदान को धीरे-धीरे बढ़ाकर, आप बढ़ती आय का लाभ उठा सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से पा सकते हैं।

अपने पोर्टफोलियों में विविधता लाएं:

निवेशकों को कभी भी एक जगह पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है। अगर आपने एक जगह पैसा लगा दिया और बाजार गिर गया तो आपको ज्यादा नुकसान हो सकता है।

इसलिए बहुत जरूरी है कि आप विभिन्न निवेश उपकरणों जैसे इक्विटी, डेट, सोने, रियल एस्टेट म्यूचुअल फंड जैसे अन्य फंड में भी निवेश करें ताकी आपके पोर्टफोलियों में विविधता आ सके।

विविधता से आपको यह फायदा होगा कि अलग एक सेक्टर में मंदी भी है आपको बाकी के अन्य निवेश आपको बैलेंसशीट को संभाल लेंगे और आपको ज्यादा नुकसान नहीं होगा।

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सही फंड का करें चुनाव:

उच्च रिटर्न पाने के लिए सही म्यूचुअल फंड चुनना काफी जरूरी है। ऐसे म्यूचुअल फंड का चयन करना महत्वपूर्ण है जो आपके निवेश लक्ष्यों, जोखिम उठाने की क्षमता के अनुरूप हो।

Disclaimer: (ये जानकारी प्राप्त सूचनाओं पर आधारित है, कृपया निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की राय जरूर लें और अपने जोखिम पर ही निवेश करें। )