SIP vs PPF: निवेश के लिए बेहतर ऑप्शन क्या है?, यहां समझें पूरा गणित
SIP vs PPF जब भी कोई व्यक्ति निवेश करता है तो वह चाहता है कि वो उन ऑप्शन को सेलेक्ट करें जहां उसे ज्यादा रिटर्न मिले। वैसे तो निवेश के कई ऑप्शन मौजूद हैं पर SIP और PPF काफी पॉपुलर ऑप्शन है। आज हम आपको बताएंगे कि पीपीएफ और एसआईपी में से कौन-सी स्कीम आपके लिए बेस्ट रहेगा। पढ़ें पूरी खबर...
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। निवेश के लिए आज कई स्कीम्स मौजूद हैं। लेकिन, जब बात निवेश की आती है तो सभी निवेशक चाहते हैं कि वह ज्यादा रिटर्न देने वाले ऑप्शन को सेलेक्ट करें। ऐसे में निवेश के SIP और PPF काफी पॉपुलर स्कीम हैं। पीपीएफ एक सरकारी योजना है तो एसआईपी स्टॉक मार्केट से जुड़ा है।
आज हम आपको बताएंगे कि इन दोनों स्कीम्स में से आपके लिए कौन-सा बेस्ट रहेगा।
पीपीएफ (PPF)
पीपीएफ (Public Provident Scheme) स्कीम एक सरकारी स्कीम है। इस स्कीम में निवेश करके आप मोटा फंड जमा कर सकते हैं। वैसे तो इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड और लॉक-इन पीरियड 15 साल का होता है पर निवेशक मैच्योरिटी के बाद भी इसे 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। इस स्कीम में 7.1 फीसदी का सालाना गारंटी रिटर्न मिलता है।
इस स्कीम में आयकर अधिनियम के 80सी के तहत टैक्स बेनिफिट का लाभ भी मिलता है।
- मैच्योरिटी पीरियड - 15 वर्ष
- गारंटी रिटर्न- 7.1 फीसदी
एसआईपी (SIP)
एसआईपी (Systematic Investment Plan) शेयर बाजार से लिंक्ड होता है। इसमें वैसे तो इसमें औसत 12 फीसदी का रिटर्न मिलता है, लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने किस सेक्टर के एसआईपी में निवेश किया है। एसआईपी में कोई लॉक-इन पीरियड नहीं होता है। इसमें आप जब चाहें तब निवेश कर सकते हैं और कभी भी निकासी कर सकते हैं। एसआईपी में आपको हर महीने एक निश्चित अमाउंट का निवेश करना होता है।आपको बता दें कि आप एसआईपी में आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 (सी) के तहत टैक्स बेनिफिट का लाभ उठा सकते हैं।- रिटर्न- औसत 12 फीसदी
- कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है