Budget 2023: सरकार ने बताया किन लोगों के लिए फायदेमंद होगा New Tax Regime, ये है प्लान
New Tax Regime 2023 CBDT के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने बजट को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने बताया है कि यह किन लोगों के लिए फायदेमंद होगा और वे कौन से लोग हैं जिनको इसका लाभ नहीं मिलने वाला है। (फाइल फोटो)
By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghUpdated: Thu, 02 Feb 2023 03:00 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Budget 2023 पेश होने के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने इसकी तारीफ की है। उन्होंने कहा कि रिटर्न दाखिल करने के लिए नई आयकर व्यवस्था को आसान बनाया गया है। यह करदाताओं की अधिकतम संख्या के लिए फायदेमंद होगा क्योंकि वे कम टैक्स की दर का आनंद ले सकते हैं। उन्होंने सरकार के पूरे प्लान की जानकारी दी है।
दिख रहा लाभ
नितिन के मुताबिक, इस बार के बजट में करदाताओं को मिलने वाला लाभ साफ देखने को मिल रहा है। नए टैक्स रिजीम को दो साल पहले (2020-21 का बजट) लाया गया था, लेकिन शायद इसमें कम लाभ थे। इसलिए अब सरकार ने स्लैब को फिर से बदल दिया है। इससे चाहे कोई भी करदाता हो, उसे लाभ मिलेगा। बहुत ही छोटा तबका होगा, जिन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। इसमें खासकर वो लोग शामिल होंगे, जो होम लोन के लिए टैक्स में छूट का दावा करते हैं।विभिन्न पहलुओं पर किया गया है गौर
सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि सरकार ने नई कर व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर गौर किया है और इसे बेहतर और नया बनाया गया है। भारत में लगभग 3.5 करोड़ वेतनभोगी करदाता हैं और प्रत्येक वेतनभोगी करदाता अगर नई व्यवस्था को चुनता है तो उसको होने वाले फायदे अंतत: पुरानी व्यवस्था के बराबर होंगे क्योंकि नई व्यवस्था में मानक कटौती उपलब्ध कराई गई है। स्लैबों की संख्या कम होने और स्लैब व्यापक होने से अब सभी को लाभ होगा।
क्या है नई टैक्स व्यवस्था
नई कर व्यवस्था के तहत, 3 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं लगाया जाएगा। 3-6 लाख रुपये के बीच की आय पर 5 प्रतिशत कर लगेगा। 6-9 लाख रुपये पर 10 फीसदी, 9-12 लाख रुपये पर 15 फीसदी, 12-15 लाख रुपये पर 20 फीसदी और 15 लाख रुपये और इससे ज्यादा की आय पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)ये भी पढ़ें-Budget 2023: आम चुनाव से पहले सरकार की महिलाओं, बुजुर्गों, करदाताओं को बड़ी सौगात, जानें किसको क्या मिला?Budget 2023: टैक्स व्यवस्था को आसान बनाने की कोशिश, बने रहेंगे पुराने स्लैब