Move to Jagran APP

विघ्नहर्ता से सीखें निवेश और बचत के मंत्र, इन्वेस्टमेंट के लिए पॉपुलर है SIP

7 सितंबर 2024 को देशभर में गणेश चतुर्थी का त्योहार धूम-धाम से मनाया गया है। लोगों ने प्रार्थना की है कि भगवान गणेश उनके सारे विघ्न को हर ले। ऐसे में अगर वित्तीय जोखिम की बात करें तो भगवान गणेश से निवेश के साथ सेविंग से जुड़ी कई बातें सीख सकते हैं। वैसे बता दें कि निवेश के लिए अभी एसआईपी काफी अच्छा ऑप्शन है।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Sun, 08 Sep 2024 12:30 PM (IST)
Hero Image
इन्वेस्टमेंट के लिए पॉपुलर है Mutual Fund का SIP
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। 7 सितंबर 2024 को बड़ी धूमधाम से गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। लोगों को उम्मीद रहती है कि भगवान गणेश उनके सभी विघ्न को हर लेंगे। जिस प्रकार भगवान गणेश हर बाधाओं को दूर करते है। ठीक उसी प्रकार हम निवेश के जरिये भी अपने वित्तीय परेशानी को एकहद तक कम कर सकते हैं।

अगर बात निवेश की हो तो म्यूचुअल फंड में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) का नाम आता है। एसआईपी आज इन्वेस्टमेंट का काफी पॉपुलर माध्यम है। एसआईपी में क्यों निवेश करना चाहिए? यह जान लेने से पहले हमें यह समझ लेना चाहिए कि निवेश आखिर जरूरी क्यों होता है।

क्यों जरूरी है निवेश

भगवान गणेश हिंदू परंपरा में एक विशेष स्थान रखते हैं। हमारे जीवन से सभी ‘विघ्‍नों’ या बाधाओं को दूर करने की उनकी क्षमता के लिए उनकी पूजा की जाती है। ऐसे में अगर आज की आम जिंदगी देखें तो हम पाएंगे कि कई बार कई बार पर्याप्त फाइनेंस न होने की वजह से भी लोगों के सामने 'विघ्‍न' या बाधाएं आ जाती है। ऐसे में हमें समझदारी से निवेश का विकल्प चुनकर इन वित्तीय बाधाओं को दूर करने की आवश्यकता है।

निवेश करने से पहले हमें यह समझना जरूरी है कि सिर्फ सेविंग ही फाइनेंशियल सिक्योरिटी की गारंटी नहीं देता है। इसकी वजह है महंगाई, बढ़ती महंगाई हमारी सेविंग की वैल्यू को लगातार कम कर रहा है। अगर हम भविष्‍य के लिए बड़ा फंड जुटाना या कह सकते हैं कि दौलत बनाना चाहते और अपना भविष्य वित्तीय रूप से सुरक्षित करना चाहते हैं तो हमें अपनी सेविंग को सही तरीके से निवेश करने की आवश्यकता है।

एसआईपी क्यों है बेस्ट ऑप्शन

कई बार लोग कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए टिप्स पर निवेश या सट्टा आधारित ट्रेडिंग का तरीका अपनाते हैं। इन गलत तरीकों को अपनाने की जगह म्यूचुअल फंड में एसआईपी करना समझदारी है।

दरअसल, एसआईपी में आप बाजार के उतार-चढ़ाव से बेफिक्र होकर आसानी से नियमित रूप से एक फिक्स्ड राशि का निवेश करने और समय के साथ अपनी दौलत में इजाफा कर सकते हैं। इससे वित्तीय स्थिरता और ग्रोथ का रास्ता खुलता है।

यह भी पढ़ें: Petrol-Diesel Price: रविवार के लिए अपडेट हुए पेट्रोल-डीजल प्राइस, चेक करें कहां कितना सस्ता मिलेगा फ्यूल

एसआईपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से निरंतरता और निवेश में अनुशासन को लागू किया जा सकता है। एसआईपी आपको हर महीने केवल 10,000 रुपये का निवेश करके 20 साल में 1 करोड़ रुपये जमा करने में मदद कर सकता है (यह मानते हुए कि एनुअलाइज्‍ड रिटर्न 13% है)। रिटर्न की समान दर हो तो मंथली 45000 रुपये एसआईपी से सिर्फ 10 साल में 1 करोड़ रुपये जुटा सकते हैं।

सुरेश सोनी, सीईओ, बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी

गणेश सिखाते है कई फाइनेंशियल मंत्र

भगवान गणेश के बड़े कान हमें सिखाते हैं कि दूसरों की सलाह अच्छे से सुनना चाहिए। फाइनेंस की दुनिया में, इसका अर्थ बेहतर वित्तीय सलाह पर ध्यान देना या किसी योग्य फाइनेंशियल प्लानर/सेबी में रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श करना हो सकता है। वहीं, गणेश जी का बड़ा सिर ज्ञान और शिक्षा का प्रतीक है। निवेश के मामले में, इसका अर्थ है पिछली गलतियों से सीखने की समझदारी और एक समझदार निवेशक बनना।

यह भी पढ़ें: Dividend से कैसे मिलता है डबल बेनेफिट, यहां समझें पूरी बात