IPL से ले सकते हैं निवेश के ये पांच सबक, विराट के चौके और रोहित के छक्कों की तरह बरसेंगे पैसे!
IPL ने कामयाबी के मामले में कई कीर्तिमान रचे हैं। यह काफी कम समय में ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लीग बन गई। इसने क्रिकेटरों को मालामाल तो किया ही साथ में टैक्स के जरिए सरकार की भी झोली भरी। अगर आपको शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करके पैसे कमाना है तो आप आईपीएल से काफी कुछ सीख सकते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ने कामयाबी की नई इबारत लिखी है। इसका लोकप्रियता और पैसा कमाने के मामले में कोई तोड़ नहीं है। IPL क्रिकेट की सबसे लीग तो है ही, यह अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग (NFL) के बाद दुनिया की दूसरी सबसे कामयाब लीग है।
भारत के शेयर मार्केट और IPL ने लगभग एक साथ ही उड़ान भरनी शुरू की थी। ऐसे में अगर आपको शेयर मार्केट में निवेश का सबक सीखना है, तो IPL से बेहतर मिसाल शायद ही कोई दूसरी होगी। आइए जानते हैं कि आप आईपीएल से निवेश का क्या सबक सीख सकते हैं।
ओवरवैल्यूड स्टॉक के पीछे मत भागिए
आपको उन स्टॉक के पीछे नहीं भागना है, जिनकी प्राइस बहुत अधिक हो चुकी है। ऐसे स्टॉक को ओवरवैल्यूड कहा जाता है और इनसे अच्छा रिटर्न मिलने की गुंजाइश काफी कम रहती है।मिसाल के लिए, इस बार कोलकाता नाइटराइडर्स ने ऑस्ट्रेलियाई खब्बू गेंदबाज मिशेल स्टार्क को सबसे अधिक कीमत में खरीदा, 24.75 करोड़ रुपये में। लेकिन, स्टार्क ने 6 मैचों में सिर्फ 5 विकेट लिए हैं और उन्होंने प्रति ओवर करीब 11 रन लुटाए हैं।
सस्ते, लेकिन दमदार फंडामेंटल पर दांव
आप उन शेयरों पर दांव लगाना चाहिए, जो सस्ते हो, लेकिन उनका फंडामेंडल मजबूत हो। ऐसे स्टॉक आपको लगातार अच्छा रिटर्न देते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं, मयंक यादव, रिंकू सिंह और रचिन रवींद्र। लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) ने मयंक को सिर्फ 20 लाख और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने 1.8 करोड़ रुपये में खरीदा।
मयंक ने अभी तक 3 मैच खेले हैं, जिनमें से दो में उन्होंने अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अभी तक 6 विकेट लिए हैं और उनकी इकोनॉमी भी 6 की है, जिसे टी20 के लिहाज से अद्भुत ही कहा जाएगा।यह भी पढ़ें : F&O Trading: क्या है फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग, जो 10 में से 9 निवेशकों को करती है कंगाल