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EPFO Higher Pension: पेंशन में चाहिए अधिक पैसा तो सिर्फ दो दिन और है मौका, जानिए अपने सभी सवालों के जवाब

बहुत से लोग अपनी पेंशन बढ़वाकर खुद को उच्च पेंशन के दायरे में लाना चाहते हैं लेकिन यह आसान नहीं है। इसके कई नियम हैं और इसके कारण निर्णय लेना भी आसान नहीं है। यहां उन सवालों के जवाब दिए जा रहे है जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth PriyadarshiUpdated: Mon, 01 May 2023 05:51 PM (IST)
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EPFO Higher Pension: Know All Details Explained
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। EPFO Higher Pension: क्या आपको ईपीएफओ द्वारा ऑफर की जा रही उच्च पेंशन योजना का चयन करना चाहिए? यह सवाल बेहद उलझा हुआ है। अगर आप पैसे पर फोकस करते हैं तो इसका जवाब निश्चित रूप से 'हां' है। उच्च पेंशन विकल्प चुनने की समय सीमा 3 मई को खत्म हो रही है और तब तक आपको फैसला करना होगा कि आप अपने वास्तविक वेतन पर अधिक पेंशन का विकल्प चुनना चाहते हैं या नहीं।

उच्च पेंशन का विकल्प चुनने से पहले आपको विभिन्न नियमों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं, जिनके बारे में ठीक से पता भी नहीं है। अपनी पसंद का चुनाव करने से पहले आपको कुछ पहलुओं पर विचार करने की आवश्यकता है।

उच्च पेंशन विकल्प का मतलब क्या है

इसे एक उदहारण से समझें। वर्तमान में यदि आपका मूल वेतन, जिस पर भविष्य निधि अंशदान की गणना की जाती है, 50,000 रुपये है तो आपका नियोक्ता इस राशि का 12 प्रतिशत यानी 6,000 रुपये आपके कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) के रूप में काटता है। संगठन भी आपके सेवानिवृत्ति लाभ के लिए समान राशि का योगदान देता है। इसका एक हिस्सा (8.33 प्रतिशत) कर्मचारियों की पेंशन योजना (ईपीएस) में जाता है, जबकि शेष राशि आपके भविष्य निधि में डाल दी जाती है।

चूंकि इसकी गणना 15,000 रुपये की वैधानिक वेतन सीमा पर की जाती है, इसलिए आपके नियोक्ता के 6,000 रुपये के योगदान में से 1,250 रुपये (15,000 रुपये का 8.33 प्रतिशत) ईपीएस में जाते हैं। यह राशि कम से कम 10 वर्ष की सेवा वाले सदस्य-कर्मचारियों और उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को नियमित पेंशन आय का भुगतान करने के लिए ईपीएस के तहत बनाए गए पूल में शामिल हो जाती है।

नवंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) पात्र सदस्यों को उच्च वेतन पर गणना की गई पेंशन का विकल्प चुनने की अनुमति देने पर सहमत हो गया है। इसलिए, अब आप नियोक्ता के योगदान में से उच्च राशि को अपनी पेंशन जरूरतों के लिए चुन सकते हैं।

2014 में योजना में किए गए संशोधन के अनुसार, कर्मचारियों को 15,000 रुपये प्रति माह से अधिक वेतन पर 1.16 प्रतिशत का अतिरिक्त योगदान करने की आवश्यकता होगी।

क्या इसकी कोई सीमा है

ईपीएस में उच्च योगदान का मतलब आपके रिटायर होने के बाद जीवन भर के लिए उच्च पेंशन होगी। हालांकि, इसका मतलब यह भी है कि आपका पीएफ फंड कम हो जाएगा, क्योंकि अतिरिक्त पेंशन अंशदान आपके भविष्य निधि से काटा जाएगा।

उच्च वेतन पर पेंशन के लिए कौन पात्र हैं

वे कर्मचारी, जो 1 सितंबर 2014 से पहले ईपीएफओ और ईपीएस के सदस्य थे और जो सेवा में बने रहे, लेकिन पहले उच्च पेंशन विकल्प का लाभ उठाने से चूक गए, वे आवेदन करने के पात्र हैं। जो लोग इस तिथि से पहले सेवानिवृत्त हुए थे और जिन्होंने उच्च पेंशन विकल्प के लिए चुनाव किया था, उन्हें इसकी अलग से स्वीकृति देनी होगी।

जो लोग इस तिथि के बाद पहली बार वर्क फोर्स में शामिल हुए और 15,000 रुपये से अधिक मूल वेतन कमाते हैं, उन्हें अतिरिक्त रूप से कुछ भी करने की जरूरत नहीं है।

मैं उच्च पेंशन का विकल्प कैसे चुन सकता हूं

नियोक्ताओं और कर्मचारियों दोनों को ईपीएफओ को एक संयुक्त घोषणा पत्र जमा करना होगा कि वे उच्च पेंशन का विकल्प चुनना चाहते हैं। नियोक्ता को जानकारी का अनुमोदन करना होगा। ईपीएफओ ने इस उद्देश्य के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। आपको ईपीएफओ के सदस्य पोर्टल (https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberInterfacePohw/) पर जाना होगा।

सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आपके आधार से जुड़ा हुआ हो। ईपीएफओ फील्ड कार्यालय इन फॉर्मों की जांच करेगा और अगर कोई विसंगति है या अतिरिक्त जानकारी और सबूत की जरूरत है तो नियोक्ताओं, कर्मचारियों या पेंशनभोगियों को वापस सूचित किया जाएगा।

आवेदन करते समय कौन-सी समस्या आ सकती है

कुछ व्यावहारिक बाधाएं आ सकती हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी ने कई संगठनों के साथ काम किया है तो यह सुनिश्चित करना होगा कि पेंशन फंड को स्थानांतरित कर दिया गया है और वर्तमान यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) से जोड़ा गया है। जब आप नौकरी बदलते हैं तो ऐसा करने के लिए सिस्टम होते हैं, लेकिन व्यवहार में ऐसा नहीं होता।

आपके लिए मुख्य चुनौती पीएफ खाते से पेंशन योजना के लिए निकाले जाने वाली धनराशि की गणना करना होगा।

क्या सितंबर 2014 से पहले संयुक्त विकल्प का प्रमाण देना होगा

पहले के सर्कुलर के अनुसार, उच्च वेतन पर पहली बार योगदान करते समय ईपीएफओ को जमा किए गए ऐसे संयुक्त अनुरोधों (नियोक्ताओं और कर्मचारियों द्वारा) की प्रतियां अपलोड करना अनिवार्य था। लेकिन व्यवहार में ऐसा नहीं था, इसलिए नियोक्ताओं और कर्मचारियों के लिए लिखित अनुरोध जमा किए बिना उच्च वेतन पर योगदान में शामिल हो जाना आम बात थी।

वर्षों से ईपीएफओ ने प्रमाण पत्र पर जोर दिए बिना इन उच्च ईपीएस अंशदानों को भी स्वीकार किया है। केरल उच्च न्यायालय ने 12 अप्रैल, 2023 को आदेश दिया कि संयुक्त अनुरोध प्रस्तुत करने की अनिवार्य आवश्यकता में ढील दी जानी चाहिए। इसके बाद ईपीएफओ ने केरल उच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ऑनलाइन संयुक्त विकल्प फॉर्म में संशोधन किया।

संयुक्त आवेदन ऑनलाइन करते समय किन गलतियों से बचना चाहिए

सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा ऑनलाइन दर्ज की गई सभी जानकारी सही हो और बाद में वेरिफिकेशन के चक्कर में आपका काम न उलझे। जिन कर्मचारियों ने अपने पीएफ खाते से धनराशि निकाली है, उन्हें ईपीएफओ को उच्च पेंशन का भुगतान करने में सक्षम करने के लिए राशि और ब्याज चुकाने के लिए सहमत होना चाहिए।

कर्मचारियों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रस्तुत की गई सभी जानकारी सटीक है, क्योंकि जमा करने के बाद इसमें बदलाव की अनुमति नहीं है। हालांकि, ईपीएफओ ने कहा है कि नियोक्ताओं और कर्मचारियों को किसी भी त्रुटि या विसंगतियों को ठीक करने के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा, इससे संयुक्त विकल्प की मंजूरी में देरी हो सकती है।

कौन से क्षेत्र हैं, जहां नियमों में स्पष्टता नहीं है

ये है- फ्यूचर पेंशन कैलकुलेशन का फॉर्मूला। वर्तमान में, इसे पेंशन योग्य वेतन X के योगदान के वर्षों की संख्या / 70 के रूप में परिभाषित किया गया है। इस उद्देश्य के लिए पेंशन योग्य वेतन को पिछले 60 महीनों के वेतन के औसत के रूप में परिभाषित किया गया है।

उच्च पेंशन योगदान के अप्लीकेशन में साफ कहा गया है कि सरकार किसी भी समय योजना में संशोधन कर सकती है। अगर सरकार बाद में पेंशन के फॉर्मूले में संशोधन करती है तो उम्मीद से कम पेंशन मिल सकती है।

पूरा वेतन डेटा कैसे मिलेगा

अंतिम नियोक्ता पर आवेदन को मान्य करने की जिम्मेदारी है। ईपीएस, 1995 में आवेदक की संपूर्ण सदस्यता अवधि के लिए महीने-वार वेतन डेटा जमा करने की आवश्यकता होती है। यह उन मामलों में एक चुनौती होगी, जहां कर्मचारी ने कई संगठनों के साथ काम किया है, क्योंकि अंतिम नियोक्ता उनकी जिम्मेदारी नहीं लेगा। ऐसे में ईपीएफओ को कर्मचारी द्वारा प्रस्तुत जानकारी पर भरोसा करने की आवश्यकता होगी।

क्या अधिक पेंशन का विकल्प चुनना चाहिए

यह सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है और इस पर आपको जल्द से जल्द निर्णय लेने की आवश्यकता है। आपको अधिक पेंशन देने के लिए आपके पीएफ से एक बड़ी राशि निकाली जाएगी, लेकिन क्या आपको जीवन प्रत्याशा के बारे में कोई जानकारी है? यदि पेंशनभोगी की मृत्यु, मान लीजिए 10 वर्ष के बाद हो जाती है तो क्या होगा?

यह एक वार्षिकी योजना है, इसके अलावा यह एक फॉर्मूले पर आधारित है और मुद्रास्फीति से जुड़ी नहीं है। इसका मतलब है कि वास्तविक रूप में इसका मूल्य समय के साथ कम हो जाएगा।

पेंशन गणना की कार्यप्रणाली एक और चुनौती है। पेंशन की गणना के मौजूदा फॉर्मूले के आधार पर पेंशन के रूप में रिटर्न बहुत आकर्षक नहीं है। इससे अधिक पैसा तो आप पीएफ में रिटर्न से पा सकते हैं। 20 फरवरी, 2023 के ईपीएफओ सर्कुलर में कहा गया है कि पेंशन की गणना की विधि अभी तक शुरू नहीं की गई है।

पीएफ राशि कर-मुक्त, पेंशन आय पर कर

बहुत से लोग ऐसे है, जो महसूस करते हैं कि सरकार समर्थित गारंटी कई लोगों के लिए आकर्षक है। सरकार के पास पड़ा पैसा इस योजना के लिए सरकारी गारंटी के कारण ग्राहकों को अधिक सुकून दे सकता है।