Debt Fund में निवेश के लिए ये टाइम है बेस्ट, आने वाले सालों में कितना मिलेगा रिटर्न, पढ़ें पूरी डिटेल
शेयर मार्केट या म्युचुअल फंड में निवेश के समय एक डर बना रहता है कि कहीं हमें नुकसान तो नहीं हो जाएगा। दरअसल यह दोनों ऑप्शन काफी जोखिम वाले होते हैं। ऐसे में डेट फंड (Debt Fund) भी इन्वेस्टमेंट के लिए काफी ऑप्शन बना हुआ है। अगर आप भी बिना रिस्क लेकर निवेश करना चाहते हैं तो आपको डेट फंड का ऑप्शन सेलेक्ट करना चाहिए।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अपनी इनकम को बढ़ाने के लिए निवेश काफी अच्छा ऑप्शन है। ऐसे में निवेश करते वक्त कई लोग रिस्क लेना पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में रिस्क फ्री के लिए एफडी (FD), सरकारी स्कीम (Goverment Scheme) जैसे कई ऑप्शन के साथ डेट फंड (Debt Fund) भी शामिल है।
डेट फंड में निवेश करने का अभी सही समय है। आइए, जानते हैं कि डेट फंड में निवेश के लिए यह समय क्यों सही है?
डेट फंड में निवेश का है सही समय
आने वाले 2-3 साल डेट मार्केट (Debt Market) में निवेश के लिए काफी सुनहरा है। दरअसल, 28 जून 2024 को जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी (JPMorgan Chase & Company) भारतीय बॉन्ड को इमर्जिंग-मार्केट बॉन्ड इंडेक्स (Emerging-Market Bond Index) में शामिल करेगा।
ऐसे में इस इंडेक्स में शामिल होने के बाद भारतीय डेट मार्केट में वैश्विक निवेश बढ़ेगा।
इसको लेकर गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने अनुमान जताया है कि भारतीय डेट मार्केट में करीब 3.30 लाख करोड़ रुपये का वैश्विक निवेश होगा। इतनी ज्यादा निवेश के बाद डेट मार्केट में उछाल आना तय है।अगर वैश्विक बाजार में भारतीय बॉन्ड की मांग बढ़ती है तो ऐसे में आने वाले 2-3 साल में डेट मार्केट बेहतर रिटर्न दे सकता है। अगर डेट फंड की वैल्यू भी बढ़ती है तब भी ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
इस वजह से भी डेट फंड में निवेश का है सही समय
- देश में महंगाई में गिरावट देखने को मिली है। वर्तमान में महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 6 फीसदी की टारगेट से कम है। महंगाई में नरमी आने की वजह से डेट फंड्स के बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
- लंबे समय से निवेश पर मिलने वाले इन्टरेस्ट रेट ऊंचे स्तर बने हुए हैं। ऊंच स्तर पर इंटरेस्ट रेट रहने की सबसे मुख्य वजह है कि एएए रेटेड बॉन्ड की यील्ड (AAA Rated Bond Yield) पर मिलने वाला ब्याज 7-8 फीसदी के दायरे में है। बॉन्ड यील्ड से मिलने वाले हाई रिटर्न के बाद उम्मीद है कि डेट मार्केट से भी पॉजिटिव रिटर्न मिलेगा।
- अगर भारतीय बॉन्ड को बॉन्ड इंडेक्स में शामिल कर लिया जाता है तो इससे विदेशी निवेश और मांग में बढ़ोतरी होती है। विदेशी निवेश की संख्या में तेजी का सीधा असर डेट मार्केट पर पड़ता है।