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Private Sector के कर्मचारियों को भी सेवानिवृत्ति के दिन से ही मिलेगी पेंशन

ईपीएफओ ने लुधियाना में विश्वास नाम से पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत प्राइवेट सेक्‍टर के कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट के तुरंत बाद से ही पेंशन मिलना शुरू हो जाएगी। कार्यालय इसकी व्‍यवस्‍था पहले से कर के रखेगा।

By Ashish DeepEdited By: Updated: Sun, 01 May 2022 08:05 AM (IST)
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इसे दूसरे राज्यों में भी शुरू किया जाएगा। (Pti)
नई दिल्‍ली, जागरण ब्‍यूरो। केंद्र सरकार निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की मुश्किलें कम करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। निजी प्रतिष्ठानों व संस्थानों के कर्मचारियों को भी निकट भविष्य में सरकारी कर्मचारियों की तरह सेवानिवृत्ति के दिन से ही पेंशन मिलेगी। इसके लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने शुक्रवार को लुधियाना में पायलट प्रोजेक्ट 'विश्वास' की शुरुआत की है।

यह है प्रक्रिया

प्रोजेक्ट के तहत लुधियाना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में एक विशेष टीम बनाई गई है। यह टीम सेवानिवृत्त होने से दो माह पहले ही कर्मचारियों के दस्तावेज पूरा करा लेगी, जिससे सेवानिवृत्ति पर उन्हें पेंशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

54 प्रतिष्ठानों के 91 कर्मचारियों को पेंशन सर्टिफिकेट दिए गए

शुक्रवार को अप्रैल में सेवानिवृत्त होने वाले 54 प्रतिष्ठानों के 91 कर्मचारियों को पेंशन सर्टिफिकेट दिए गए। इनमें से सात ने आस्थगित पेंशन विकल्प को चुना है, जबकि 84 ने पेंशन को पसंद किया। यह सफल होने के बाद इसे दूसरे राज्यों में भी शुरू किया जाएगा।

सेवानिवृत्ति के माह के योगदान का करना होगा अग्रिम भुगतान

ईपीएफओ के एडिशनल सेंट्रल कमिश्नर (एसीसी) कुमार रोहित ने बताया कि प्रतिष्ठानों को सेवानिवृत्ति के माह की भविष्य निधि (पीएफ) का अग्रिम भुगतान करना होगा। पीएफ कार्यालय में जरूरी दस्तावेजों के साथ पेंशन दावों को दर्ज करना होगा। माह की 15 तारीख से पहले ही सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों का ईसीआर (इलेक्ट्रानिक चालान कम रिटर्न) दाखिल करना होगा ।

'प्रयास' से 'विश्वास' का क्रांतिकारी बदलाव

इस दौरान ईपीएफओ के एडिशनल सेंट्रल कमिश्नर (एसीसी) कुमार रोहित ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर 'प्रयास' से 'विश्वास' के दृष्टिकोण में एक क्रांतिकारी बदलाव है।

लुधियाना में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया

उन्‍होंने कहा कि पहली बार ईपीएफओ में ऐसा किया जा रहा है, इसलिए व्यावहारिक समस्याओं को समझने के लिए लुधियाना में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इसके बाद इसे दूसरी जगहों पर शुरू किया जाएगा ।