इस म्युचुअल फंड ने एक साल में दिया 99.68% का रिटर्न, जानें यह कहां करता है निवेश
अगर आप विशेष परिस्थितियों में निवेश करते हैं तो आप को इसका अच्छा फायदा मिलता है। उदाहरण के लिए जिस किसी ने भी ICICI Prudential इंडिया अपोर्च्युनिटीज फंड में एक साल पहले निवेश किया होगा उसे 99.68% का रिटर्न मिला है।
By Manish MishraEdited By: Updated: Wed, 13 Oct 2021 07:23 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर आप विशेष परिस्थितियों में निवेश करते हैं तो आप को इसका अच्छा फायदा मिलता है। उदाहरण के लिए, जिस किसी ने भी ICICI Prudential इंडिया अपोर्च्युनिटीज फंड में एक साल पहले निवेश किया होगा, उसे 99.68% का रिटर्न मिला है। आंकड़े बताते हैं कि ICICI प्रूडेंशियल इंडिया अपोर्च्युनिटीज फंड ने डाइवर्सिफाइड वाली ज्यादातर इक्विटीज कैटेगरीज में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। फंड इंडस्ट्री में बेस्ट लार्ज कैप का रिटर्न 69.12% एक साल में रहा। जबकि बेस्ट लार्ज एंड मिड कैप का रिटर्न 79.40%, बेस्ट मल्टीकैप का 75.88%, बेस्ट मिडकैप फंड का 85.69%, बेस्ट ELSS फंड का 80%, बेस्ट फोकस फंड का 83.76% रिटर्न रहा।
वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2019 में लॉन्च ICICI प्रूडेंशियल इंडिया अपोर्च्युनिटीज फंड में किसी ने तब निवेश किया होगा तो उसका 10 रुपये का निवेश 18.55 रुपए अब हो गया है। जबकि निफ्टी 500 TRI इंडेक्स में यही निवेश केवल 39.6% का फायदा दिया है। यह फंड पावर, टेलीकॉम, फार्मा, मेटल्स और ऑयल एंड गैस में ओवरवेट है। पिछले एक साल में इस फंड ने जिसमें निवेश किया उसमें टाटा स्टील ने 261%, हिंडालको ने 197%, टाटा पावर ने 161%, ONGC ने 103% और एयरटेल ने 67% का रिटर्न दिया है। अगस्त 2021 तक इसका लार्ज कैप में निवेश 77.25%, मिड कैप में 9 और स्मॉल कैप में 13.75% रहा।
स्पेशल सिचुएशन फंड का मतलब यह है कि कभी-कभी मार्केट के साइकल या इंडस्ट्री के खराब माहौल की वजह से कंपनियों को दिक्कत होती है। ऐसे माहौल में निवेशकों के लिए अवसर पैदा होता है। ICICI प्रूडेंशियल इंडिया अपॉर्च्युनिटीज फंड आमतौर पर मौलिक रूप से मजबूत (fundamentally strong) कंपनियों में निवेश करता है, जो विशेष स्थितियों के कारण अस्थायी असफलताओं का सामना कर रही हैं।
ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के ED और CIO एस. नरेन इसके फंड मैनेजर हैं। वे कहते हैं कि लंबी अवधि में स्पेशल सिचुएशन इन्वेस्टिंग का तरीका अच्छा रिटर्न देता है। निकट समय में इसमें उतार-चढ़ाव दिख सकता है। कोरोना की बीमारी ने इस तरह का तमाम स्पेशल सिचुएशन अवसर प्रदान किया। ऐसी स्थितियां निवेश का अवसर देती हैं। निवेशक उस खास अवसर में छिपे मौके को साफ तौर पर देख और समझ सकता है। किसी कंपनी, सेक्टर या अर्थव्यवस्था में किसी अस्थायी संकट, सरकारी कार्रवाई या रेगुलेशंस में किसी परिवर्तन या यहां तक कि वैश्विक घटनाओं या अनिश्चितताओं के कारण भी विशेष स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
अल्ट्रा हाई नेटवर्थ लोगों के लिए काम करने वाली फ्लेक्सी कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर नासिर सलीम ने कहा कि इस फंड ने पिछले एक साल में फार्मा और टेलीकॉम जैसे कुछ बहुत ही दिलचस्प सेक्टर में दांव लगाकर सुपर रिस्क एडजस्टेड रिटर्न दिया है। मौजूदा महामारी के समय के दौरान यह एक शुभ संकेत है।
म्युचुअल फंड रिसर्च फर्म मॉर्निंग स्टार के कौस्तुभ बेलापुरकर कहते हैं कि स्पेशल सिचुएशन का मतलब यह है कि जो कंपनियां मार्केट या किसी इंडस्ट्री के खराब साइकल की वजह से जूझती हैं, पर वो काफी मजबूत हैं। ऐसी कंपनियों के शेयर भले उस समय गिरावट में हों, पर आगे चलकर यह काफी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। जिन निवेशकों को 5-7 साल तक के लिए निवेश करना हो वो स्पेशल सिचुएशन फंड के बारे में सोच सकते हैं। इस फंड में सबसे बेहतरीन नाम ICICI प्रूडेंशियल स्पेशल सिचुएशन फंड का है, जो कुछ समय पहले लॉन्च हुआ था। इसका रिटर्न काफी बेहतर है।