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Investment है जरूरी! सैलरी का 20 फीसदी हिस्सा करें इन्वेस्ट, इमरजेंसी फंड भी रखें तैयार

Investment Tips अपने खर्चों को सही से मैनेज करने के साथ सेविंग को सही जगह पर निवेश करना भी बहुत जरूरी है। अगर सही जगह पर और सही मात्रा में निवेश नहीं करते हैं तो यह हमारे लिए समस्या भी खड़ी कर सकता है। ऐसे में सवाल आता है कि हमें अपनी सैलरी का कितना हिस्सा निवेश करना चाहिए? पढ़ें पूरी खबर..

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Sun, 28 Jul 2024 06:00 PM (IST)
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Investment Tips: 20 फीसदी निवेश के साथ Emergency Fund भी रखें तैयार

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। घर का बजट बनाते समय हम ज्यादा से ज्यादा सेविंग करने की कोशिश करते हैं। हालांकि, कुछ खर्च ऐसे भी होते हैं जिसे दरकिनार नहीं किया जा सकता हैं। जी हां, हम डायनेमिक एक्सपेंस यानी निश्चित खर्चों (जैसे- रेंट, ईएमआई, किराना, ट्रांसपोर्ट आदि) की बात कर रहे हैं। ये खर्चे तो होते ही, लेकिन कुछ खर्चे जैसे जिम मेंबरशिप आदि को हम तंगी की स्थिति में छोड़ सकते हैं।  

अगर सही से बजट की प्लानिंग करें तो यह हमें वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में मदद करता है। ऐसे में सवाल आता है कि फाइनेंशियल गोल हासिल करने के लिए किस तरह बजट प्लान करें? अगर निवेश करना है तो सैलरी का कितना हिस्सा करें?

आइए, इन सवालों का जवाब समझने की कोशिश करते हैं।

इनकम का 20 फीसदी करें निवेश

कितना निवेश करना चाहिए? यह सवाल हर व्यक्ति के मन में होता है। वित्तीय सलाहकार के अनुसार निवेशक को अपनी इनकम का कम से कम 20 फीसदी निवेश करना चाहिए। अगर आप अपनी मासिक सैलरी का 20 फीसदी हिस्सा निवेश करते हैं तो करीब 25 साल के बाद मोटा फंड जमा हो जाएगा।    

उदाहरण के तौर पर अगर आपकी मासिक सैलरी 50 हजार रुपये है तो इसका 20 फीसदी हिस्सा यानी 10,000 रुपये का निवेश करना होगा। इसका मतलब है कि सालाना आधार पर आप लगभग 1,20,000 रुपये इन्वेस्ट करेंगे। लगातार 25 साल के निवेश के बाद आप 1.2 करोड़ रुपये का फंड जमा कर पाएंगे।    

निवेश करना हमें आत्मनिर्भर बनाता है। इससे हम अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं और किसी के ऊपर निर्भर नहीं रहते। यह हमें आत्मविश्वास देता है और हम किसी भी वित्तीय समस्या का सामना कर सकते हैं। हमें अपनी सैलरी का 20 फीसदी हिस्सा निवेश करना एक बहुत अच्छा फैसला है। यह हमारे भविष्य को सुरक्षित करता है, हमें आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है और हमारे सपनों को पूरा करने में मदद करता है।

सिद्धार्थ मौर्य, फाउंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, विभावंगल अनुकूलकारा प्राइवेट लिमिटेड

निवेश के साथ इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं

निवेश के साथ इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) बनाना बेहद जरूरी है। आपात स्थिति में वित्तीय जोखिम से बचने में यह काफी मदद करता है। कोई भी आपात स्थिति कभी बता कर नहीं आती है, ऐसे में पैसों के तनाव को दूर करने में इमरजेंसी फंड बहुत मदद करता है।

वित्तीय सलाहकार भी कहते हैं कि सभी को इमरजेंसी फंड के साथ अपने पास कैश रखना चाहिए जो आपात स्थिति में मदद करता है। कई बार निवेशक अपनी सारी सेविंग निवेश कर देते हैं और आपात स्थिति में उन्हें परेशानी होती है।

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रिटायरमेंट के साथ बच्चों के लिए भी करें निवेश

रिटायरमेंट के बाद इनकम सोर्स जारी रखने के लिए मार्केट में कई तरह के इन्वेस्टमेंट स्कीम्स मौजूद हैं। हमें रिटायरमेंट स्कीम्स के साथ बच्चों की पढ़ाई और शादी जैसे लंबे लक्ष्यों के लिए भी निवेश करना चाहिए। इसके लिए इंडेक्स फंड और इक्विटी म्यूचुअल फंड का ऑप्शन सही रहेगा।

इसके अलावा बजट में घोषित एनपीएस वात्सल्य योजना (NPS Vatsalya Scheme) भी बेहतर विकल्प है और सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) भी निवेश कर सकते हैं।

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