NPS Vs PPF Vs SSY Vs SCSS: जानें कौन है सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली सरकारी टैक्स सेविंग स्कीम
आज हम यहां चार बेहतरीन सरकारी निवेश योजनाओं NPS PPF SSY और SCSS के बारे में बताने जा रहे हैं। इन चारों की तुलना कर आपको बताएंगे कि आपके निवेश लिए कौन सी स्कीम बेस्ट है जो टैक्स सेविंग बेनिफिट्स के साथ आपको गारंटीड रिटर्न देती है।
By Sarveshwar PathakEdited By: Updated: Mon, 04 Jul 2022 02:00 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में अनिश्चितताओं का दौर जारी है। निवेशक अपनी सालों की कमाई को इक्विटी बाजार में पल भर में खो रहे हैं। महंगाई के दौर में हर निवेशक अपना पैसा उन योजनाओं में लगाना चाहता है, जो उन्हें सुनिश्चित रिटर्न दे। अगर आप भी अपना पैसा सेफ और सही जगह निवेश करना चाहते हैं, तो आप कुछ शानदार सरकारी योजनाओं में इंवेस्ट कर सकते हैं, क्योंकि इन सरकारी स्कीम्स में आपको अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है, साथ ही इनके जरिए आपको टैक्स सेविंग में भी मदद मिलती है। इसीलिए, आज हम यहां चार NPS, PPF, SSY और SCSS सरकार समर्थित योजनाओं के बारे में बताने वाले हैं, जो निवेशकों को गारंटी के साथ रिटर्न और टैक्स सेविंग सुविधा देती है।
राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) राष्ट्रीय पेंशन स्कीम (एनपीएस) एक रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है, जो ग्राहकों को पेंशन के रूप में अपना भविष्य सुरक्षित करने का ऑप्शन देती है। सरकार समर्थित निवेश योजना सब्सक्राइबर्स को इक्विटी और डेब्ट दोनों में एक्सपोजर देती है। पीपीएफ स्कीम टैक्स छूट श्रेणी (Exempt-Exempt-Exempt - EEE) के अंतर्गत आती है। दूसरे शब्दों में इसका मतलब है कि पीपीएफ में किए गए सभी जमा आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कटौती योग्य हैं। ग्राहक इसमें एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 6,000 रुपये का योगदान कर सकते हैं। इसका भुगतान एकमुश्त या न्यूनतम 500 रुपये की मासिक किश्तों के रूप में किया जा सकता है। एनपीएस की वर्तमान ब्याज दर सीमा किए गए योगदान पर 8-10 प्रतिशत है।
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले लोगों के लिए यह स्कीम बहुत ही बेहतरीन ऑप्शन है। इसमें भी आपको टैक्स छूट मिलती है। इस स्कीम में आप अपने और अपने नाबालिग बच्चों के लिए भी निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में निवेश के लिए न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये (वार्षिक) के साथ पीपीएफ खाता खोला जा सकता है। इसकी मैच्योरिटी अवधि 15 साल है। पीपीएफ पर दी जाने वाली ब्याज दर 7.1 प्रतिशत प्रति वर्ष (चक्रवृद्धि वार्षिक) है। हालांकि, यह हर तिमाही में वित्त मंत्रालय द्वारा नोटिफाई किया जाता है। इसलिए ब्याज दर में बदलाव हो सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसा कि इसके नाम का तात्पर्य है, यह डाकघर योजना ऐसे लोगों के लिए डिजाइन की गई है, जो अपनी बेटी के भविष्य के लिए पैसे बचाना चाहते हैं। अभिभावक दस वर्ष से कम आयु की अपनी बालिका की ओर से सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोल सकते हैं। यह योजना 7.6 प्रतिशत प्रति वर्ष की ब्याज दर की पेशकश कर रही है। इसे न्यूनतम जमा राशि 250 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये जमा के साथ खोला जा सकता है। खाता खोलने के बाद अधिकतम 15 वर्षों के लिए जमा किया जा सकता है। इस स्कीम से आप टैक्स कटौती से बच सकते हैं
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) जब वृद्धावस्था में पैसे बचाने की बात आती है, तो एनपीएस और पीएमवीवीवाई के बीच यह छोटी बचत योजना एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है। यह ऐसे वरिष्ठ नागरिक, सेवानिवृत्त सिविल कर्मचारियों के लिए है, जो 55 वर्ष से अधिक लेकिन 60 वर्ष से कम आयु के हैं और सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी 50 वर्ष से अधिक, लेकिन 60 वर्ष से कम आयु के हैं, वह एक SCSS खाता खोल कर सकते हैं। योग्य निवेशक वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में लमसम राशि जमा कर सकते हैं। इसमें न्यूनतम जमा राशि 1,000 रुपये और अधिकतम 15 लाख या रिटायर्मेंट पर प्राप्त राशि जमा कर सकते हैं। खाता खोलने की तारीख से 5 साल के बाद एक वरिष्ठ नागरिक बचत योजना मैच्योर हो जाती है। हालांकि, खाता धारक के पास मैच्योर होने के बाद खाते को अतिरिक्त 3 साल तक बढ़ाने का विकल्प होता है। 7.4% प्रति वर्ष की दर से ब्याज देने के कारण एससीएसएस सबसे फायदेमंद निवेश विकल्पों में से है। विशेष रूप से एफडी और बचत खाते जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों की तुलना में यह बेस्ट है।