Bank FD या Post office की बचत योजना, किसमें होगा अधिक मुनाफा; जानिए ब्याज दर से टैक्स छूट तक की डिटेल
Post Office Small Saving Schemes आरबीआई द्वारा रेपो रेट में इजाफा किए जाने के बाद से Bank FD पर मिलने वाली ब्याज दर में बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद अभी भी पोस्ट ऑफिस की अधिक ब्याज देने वाली योजना जैसे SCSS फायदे का सौदा है या नहीं? (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 25 Feb 2023 09:18 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Post Office Small Saving Scheme: सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (Senior Citizen Savings Scheme - SCSS) ने कोरोना काल के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को अधिक ब्याज दी, जब बैंक एफडी पर केवल 6 प्रतिशत तक का ब्याज मिल रहा था। हालांकि, अब समय बदल गया है और आरबीआई की ओर से पिछले 10 महीनों में रेपो रेट में 2.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के बाद बैंक भी अब निवेशकों अधिक ब्याज दे रहे हैं। ऐसे में 60 वर्ष से अधिक के निवेशकों को निवेश के लिए एससीएसएस और बैंक एफडी में कौन का विकल्प चुनना चाहिए। आइए जानते हैं।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम और बैंक एफडी पर ब्याज दर
केंद्र सरकार की ओर की जवनरी - मार्च 2023 के लिए छोटी बचट योजनाओं के लिए जारी की गई ब्याज दर के मुताबिक, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम पर 8 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज मिल रही है।बैंक एफडी की बात करे तो वरिष्ठ नागरिकों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 3.50 से लेकर 7.60 प्रतिशत, बैंक ऑफ बड़ौदा 3.50 से लेकर 7.25 प्रतिशत और केनरा बैंक 3.25 से लेकर 7.65 प्रतिशत तक की ब्याज दे रहे हैं।