PPF अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि बढ़ाना सही फैसला? जानिए कैसे पीपीएफ पर लें अधिक ब्याज का फायदा
PPF अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है और इसके पूरे होने के बाद खाताधारकों को पांच-पांच साल के क्रम में इसे बढ़ाने का अवसर दिया जाता है। आइए जानते हैं क्या ये सही फैसला होगा। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 10 Jun 2023 05:23 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली एक सुरक्षित बचत योजना है। यह पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है और आपकी राशि डूबने का कोई खतरा नहीं होता है।
पीपीएफ ईईई कैटेगरी की योजना है। इसका मतलब इसमें निवेश करने पर एक साल में 1.50 लाख रुपये तक की टैक्स छूट आप अपने इनकम टैक्स में क्लेम कर सकते हैं।
PPF में कितना होता मैच्योरिटी पीरियड?
पीपीएफ में 15 साल का मैच्योरिटी पीरियड है। यानी एक बार निवेश करने पर आप उसे कम से कम 15 साल बाद ही निकाल पाएंगे। मौजूदा समय में इस पर 7.10 प्रतिशत की ब्याज मिल रहा है।क्या मैच्योरिटी के बाद पीपीएफ में निवेश करना ठीक?
पीपीएफ में 15 की मैच्योरिटी के बाद खाताधारक पांच-पांच साल की अवधि में अनगिनत बार अपने पीपीएफ की मैच्योरिटी को बढ़ा सकता है। हालांकि, एक बार पीपीएफ अकाउंट को 15 साल पूरे होने के बाद अतिरिक्त अवधि में आप अपनी जमा राशि का 60 प्रतिशत निकाल सकते हैं।अगर आपको पैसे की आवश्यकता नहीं है और सुरक्षित निवेश में ही पैसा लगाना चाहते हैं तो मैच्योरिटी के बाद पीपीएफ में निवेश करना एक अच्छा तरीका होता है।