Move to Jagran APP

इस सरकारी स्कीम में निवेशक को मिलता है तगड़ा रिटर्न, मैच्योरिटी पर 1 करोड़ पाने के लिए रोज करना होता है बस इतना इन्वेस्ट

वर्तमान में निवेश के लिए कई सरकारी स्कीम मौजूद है। अगर आप एक ऐसी स्कीम की तलाश कर रहे हैं जहां हाई रिटर्न के साथ टैक्स बेनिफिट मिले तो आप पीपीएफ (Public Provident Fund) में निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में आपको मैच्योरिटी पर 1 करोड़ से ज्यादा की राशि मिल सकती है। आइए इस स्कीम के बारे में विस्तार से जानते हैं।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Fri, 24 May 2024 06:00 PM (IST)
Hero Image
PPF में निवेशक को मिलता है तगड़ा रिटर्न
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। करोड़पति बनने का हर किसी का सपना होता है। इसके लिए कई लोग जॉब के साथ ही निवेश करना शुरू कर देते हैं। वर्तमान में निवेश के कई ऑप्शन मौजूद हैं, जिसमें ज्यादा रिटर्न मिल रहा है।

अगर आप भी कोई सिक्योर सेविंग स्कीम (Saving Scheme) की तलाश कर रहे हैं तो आज हम आपको सरकार द्वारा (Government Scheme) चलाई जा रही पीपीएफ स्कीम (Public Provident Fund) के बारे में बताएंगे।

इस स्कीम में कोई रिस्क नहीं है और इस पर उच्च ब्याज भी मिलता है। अगर आप इस स्कीम में रोजाना 405 रुपये का निवेश करते हैं तो आपको मैच्योरिटी के बाद 1 करोड़ रुपये भी मिल सकते हैं।

पीपीएफ पर मिलता है शानदार ब्याज (PPF Interest Rate)

बैंक और पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की तुलना में पीपीएफ स्कीम में ज्यादा ब्याज मिलता है। वर्तमान में सरकार इस स्कीम में 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दे रही है। सरकार द्वारा इस स्कीम पर चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) दिया जाता है। हर कारोबारी साल के आखिरी महीने यानी मार्च में निवेशक के पीपीएफ अकाउंट (PPF Account) में ब्याज का भुगतान होता है।  

कितना करना होता है निवेश

पीपीएफ के वेबसाइट के अनुसार इस स्कीम में सालाना न्यूनतम 500 रुपये का निवेश और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। अगर कोई निवेशक पूरे वित्त वर्ष में निवेश नहीं करता है तो पीपीएफ अकाउंट फ्रीज हो जाता है। अकाउंट को दोबारा शुरू करने के लिए निवेशक को निवेश राशि के साथ पेनल्टी का भी भुगतान करना होता है।

टैक्स बेनिफिट का मिलता है फायदा (PPF Tax Benefit)

इस योजना की खास बात है कि यह पूरी तरह से टैक्स फ्री (Tax Free Scheme) है। इसमें निवेश राशि, ब्याज और मैच्योरिटी के बाद मिलने वाले अमाउंट पर टैक्स नहीं लगता है। इसके अलावा इस स्कीम में इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट भी मिलती है।

कितने साल में मैच्योर होती है स्कीम

इस स्कीम में निवेशक को 15 साल तक निवेश करना होता है। इसका मतलब है कि स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड (PPF Maturity Period) 15 साल का होता है। निवेश चाहे तो मैच्योरिटी पीरियड के बाद भी निवेश को जारी रख सकता है। हां, निवेशक पीएफ अकाउंट को  5-5 साल के लिए एक्सटेंड कर सकता है। इसके लिए उसे मैच्योरिटी से एक साल पहले आवेदन देना होगा।

यह भी पढ़ें: ऑनलाइन ITR फाइल करने का आसान है प्रोसेस, यहां जानें स्टेप बाय स्टेप तरीका

मैच्योरिटी से पहले कर सकते हैं निकासी

पीपीएफ स्कीम में निवेशक मैच्योरिटी से पहले भी आंशिक निकासी कर सकते हैं। निवेशक आपात स्थिति में पीएफ अकाउंट में जमा राशि में से 50 फीसदी निकाल सकता है। हालांकि, जब पीएफ अकाउंट को 6 साल हो जाए उसके बाद ही आंशिक निकासी की जा सकती है।

यहां तक कि पीएफ अकाउंट में 3 साल तक निवेश के बाद लोन भी लिया जा सकता है। निवेशक को पीएफ अकाउंट में जमा राशि का 25 फीसदी ही लोन मिलता है। लोन की रिपेमेंट टेन्योर 36 महीने का होता है और इस पर 2 फीसदी का ब्याज लगता है।  

पीपीएफ स्कीम से कैसे बन सकते हैं करोड़पति?

पीपीएफ स्कीम एक तरह से करोड़पति स्कीम (Crorepati Scheme) है। अगर निवेशक हर दिन 405 रुपये का निवेश करता है तो वह सालाना 1,47,850 रुपये का निवेश करेगा। अगर वह 25 साल तक अकाउंट में निवेश करता है और उसे 7.1 फीसदी का ब्याज मिलता है तो उसे मैच्योरिटी के वक्त  1 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि मिलेगी।

यह भी पढ़ें: आपके चहेते Amazon Prime और Netflix जैसे OTT प्लेटफॉर्म ऐसे कमाते हैं पैसे, यहां समझें रेवेन्यू और पूरा बिजनेस मॉडल