मैच्योरिटी से पहले तोड़नी है FD तो जान लें इन बैंकों के नियम, जरा-सी गलती से डूब जाएगी मेहनत की कमाई
FD लेते समय अधिकतर लोग केवल मिलने वाले रिटर्न पर ध्यान देते हैं लेकिन सिर्फ यही काफी नहीं है। जरा-सी गड़बड़ होने पर आपकी मेहनत की कमाई डूब सकती है। ऐसे में बेहतर है कि आप सभी चीजों के बारे में जान लें।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Mon, 19 Dec 2022 07:34 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। FD को सुरक्षित निवेश का सुगम जरिया माना जाता है। जो लोग इन्वेस्टमेंट में रिस्क नहीं लेना चाहते, वो आमतौर पर एफडी में निवेश करना पसंद करते हैं। लेकिन कई बार हम चीजों को जितना आसान समझते हैं, वो उतनी होती नहीं। पहले अलग-अलग अवधि के लिए एफडी पर दी जाने वाली ब्याज दरों की जांच करनी चाहिए। सभी नियम और शर्तों को जानने के बाद ही आप फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करें तो बेहतर होगा। अगर जरा भी असावधानी हुई तो आपके पैसे डूब सकते हैं।
खुदरा निवेशकों के लिए अच्छी खबर यह है कि सावधि जमा (एफडी) की दरें फिर से बढ़ रही हैं। ज्यादातर बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं और यह जमाकर्ताओं के लिए अच्छा समय है। लेकिन निवेशकों को एफडी की विभिन्न श्रेणियों और आपात स्थिति में समय से पहले एफडी तोड़ने से जुड़े नियमों को समझने की जरूरत है।
ऐसे समझें एफडी का गणित
मोटेतौर पर, एफडी की दो श्रेणियां होती हैं: संचयी और गैर-संचयी। जब आप संचयी एफडी में निवेश करना चुनते हैं तो बैंक या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) जमा अवधि के दौरान कोई ब्याज नहीं देती हैं। आपको जमा किए गए पैसे पर जो ब्याज मिलता है, वह ब्याज परिपक्वता के समय मूल राशि के साथ जमा किया जाता है। गैर-संचयी एफडी के साथ आप मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक और वार्षिक आधार पर ब्याज का भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। एफडी की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक हो सकती है।कौन-सी एफडी है बेहतर
कर लाभ प्राप्त करने के इच्छुक लोगों को पांच साल की अनिवार्य लॉक-इन अवधि के साथ कर-बचत एफडी का चयन करना चाहिए। इनके जरिए आप 1.5 लाख तक कर में छूट ले सकते हैं। हालांकि आप ऐसी एफडी से न तो अपना पैसा समय से पहले निकाल सकते हैं और न ही उन्हें कर्ज के लिए गिरवी रख सकते हैं।समय से पहले निकासी के नियम
कुछ बैंक और वित्तीय संस्थान समय से पहले पैसे निकालने का विकल्प प्रदान करते हैं। इनमें से ज्यादातर प्री-मेच्योर एफडी पर ब्याज वसूल करते हैं। यह जुर्माना शुल्क आमतौर पर ब्याज दर के 0.5% से 3% तक होता है। हालांकि कुछ बैंक जुर्माना नहीं लगाते हैं, यदि निकाली गई राशि उनके द्वारा प्रस्तावित किसी अन्य योजना में लगा दी जाती है। आप बैंक या NBFC के मोबाइल ऐप का उपयोग करके या नेट बैंकिंग के माध्यम से या बैंक की निकटतम शाखा में जाकर अपनी FD को ऑनलाइन बंद कर सकते हैं।
आपकी सुविधा के लिए हम सार्वजनिक बैंकों, निजी बैंकों और एनबीएफसी में एफडी की समय से पहले निकासी के संबंध में नियम और पेनाल्टी के बारे में बताने जा रहे हैं।