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Financial Planning : अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करना है? इन पांच बातों पर करें अमल

बच्चे के जन्म लेने के बाद माता-पिता के भीतर अलग किस्म की जिम्मेदारी का अहसास होता है। लेकिन अधिकतर मामलों में पैरेंट बस बच्चे की तात्कालिक जरूरतों पर ही ध्यान देते हैं। जैसे कि उसकी सेहत का ध्यान रखना उसकी जरूरत का सभी सामान खरीदना। लेकिन अगर आप बच्चे के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं तो आपको बच्चे के जन्म के साथ ही प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Sun, 21 Apr 2024 12:05 PM (IST)
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बच्चे के वित्तीय भविष्य पर खास ध्यान देना जरूरी है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। बच्चे की किलकारी पूरे परिवार के लिए खुशी का एक अलग ही अहसास लाती है। हम बच्चे के जन्म लेते ही उसकी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने में जुट जाते हैं। जैसे कि उसकी सेहत का ख्याल रखना, उसके लिए कपड़े खरीदना। यहां तक कि हम उसका नाम भी बहुत सोचविचार कर रखते हैं।

लेकिन, इन चीजों के साथ हमें बच्चे के वित्तीय भविष्य पर खास ध्यान देना चाहिए। हम पांच उपाय बता रहे हैं, जिनसे आप अपनी आंख के तारे का आर्थिक भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।

बच्चे की पढ़ाई की बनाए योजना

शिक्षा किसी भी इंसान को बेहतर बनाने का पहला पड़ाव है। आज चीन जैसे देशों में पढ़ाई इतनी महंगी हो गई है कि बहुत से कपल बच्चा पैदा करने से ही परहेज करने लगे हैं। यही वजह है कि आपको बच्चे की बचत योजना में निवेश करना चाहिए।

सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवाना

अगर आपके घर में बेटी की किलकारी गूंजी है, तो उसके लिए सुकन्या समृद्धि अकाउंट खोलना निवेश का सबसे शानदार विकल्प हो सकता है। इसमें 8.2 प्रतिशत का शानदार ब्याज मिलता है। आप इसमें लगातार निवेश करके बेटी की पढ़ाई और शादी के लिए पैसे जमा कर सकते हैं।

लाइफ इंश्योरेंस खरीदना जरूरी

बतौर पैरेंट यह तय करना आपकी जिम्मेदारी है कि अगर आपके साथ कोई अनहोनी हो जाए, तो आपके बच्चे का आर्थिक भविष्य सुरक्षित रहे। उसकी परवरिश में पैसों की तंगी ना हो। ऐसे में आप किसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश कर सकते हैं, जो आपके बच्चे की शिक्षा और स्वास्थ्य समेत परिवार की बाकी जरूरतों के लिए कवरेज दे।

वसीयत बनाकर बच्चे को दें हक

बहुत से लोग शुरुआत में ही वसीयत बनाने को गैरजरूरी समझते हैं। लेकिन, किसी अनहोनी की सूरत में इसकी अहमियत काफी बढ़ जाती है। आप वसीयत बनाकर तय कर सकते हैं कि आपकी संपत्ति कैसे बांटी जाएगी। आप बच्चे की परवरिश के लिए अभिवावक भी नियुक्त कर सकते हैं।

बच्चे को बचत के बारे में बताएं

एक जिम्मेदार माता-पिता होने के नाते आपका यह दायित्व है कि बच्चे को कम उम्र से वित्तीय तौर पर साक्षर बनाएं। उन्हें जिम्मेदारी से खर्च करने का सबक तो दें ही, साथ में बचत और बजट बनाने का तरीका भी सिखाएं। इससे बच्चा वित्तीय नजरिये से जिम्मेदार बनेगा और उसका भविष्य बेहतर हो जाएगा।

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