सरकार की वो तीन योजनाएं, जिन्होंने बदला 55 करोड़ लोगों का जीवन; अटल पेंशन और जीवन ज्योति को 8 साल पूरे
जन सुरक्षा योजना की 8वीं वर्ष गांठ पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इसका मकसद वंचित पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को आवश्यक वित्तीय सेवाएं प्रदान करना है। लोगों को क्या होता है इन योजनाओं से फायदा और अब कितने लोगों ने उठाया इस योजना का फायदा जानिए यहां।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 09 May 2023 03:40 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: आज ही के दिन 8 साल पहले साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंचित लोगों के लिए तीन जन सुरक्षा योजनाओं की शुरुआत की थी। इन्हीं योजनाओं की 8वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री ने निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य वंचित पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को आवश्यक वित्तीय सेवाएं प्रदान करना है, जिससे उनकी वित्तीय हालत में सुधार हो।
इन तीन योजनाओं के नाम, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और अटल पेंशन योजना (APY) हैं, जिन्हें 9 मई, 2015 को लॉन्च किया गया था।
असंगठित वर्ग को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का लक्ष्य
पीएम मोदी द्वारा लॉन्च की गई तीनों योजनाएं नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित हैं। ये अप्रत्याशित घटना और वित्तीय अनिश्चितताओं से मानव जीवन को सुरक्षित करने की आवश्यकता को पहचानती हैं।इन योजनाओं का मकसद देश के असंगठित वर्ग के लोग वित्तीय रूप से सुरक्षित रखना है। इसके लिए सरकार ने दो बीमा योजनाएं PMJJBY और PMSBY की शुरुआत की। इतना ही नहीं, सरकार ने वृद्धावस्था में वित्तीय अत्यावश्यकताओं को कवर करने के लिए APY को भी लॉन्च किया था।
55 करोड़ से ज्यादा नागरिक उठा रहे हैं लाभ
वित्त मंत्री ने जन सुरक्षा योजना की 8वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए कहा कि 26 अप्रैल 2023 तक इन तीनों योजनाओं से देश के 55.6 करोड़ लोग लाभ उठा रहे हैं। इनमें से 16.2 करोड़ लोग PMJJBY, 34.2 करोड़ लोग PMSBY और 5.2 करोड़ लोग APY के तहत नामंकित हैं।PMJJBY योजना पर, वित्त मंत्री ने कहा कि इस योजना ने 6.64 लाख परिवारों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है, जिन्होंने 13,290 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त किए हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि PMSBY योजना के तहत, 1.15 लाख से अधिक परिवारों को 2,302 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त हुए हैं। सीतारमण ने कहा कि इन दोनों योजनाओं के लिए, दावा प्रक्रिया के सरलीकरण के परिणामस्वरूप दावों का तेजी से निपटान हुआ है।