Gautam Adani के लिए अभी राहत नहीं, BSE-NSE में शॉर्ट टर्म निगरानी में रहेगा अदाणी पावर
Adani Power Under Short Term Surveillance प्रमुख एक्सचेंज NSE और BSE ने अदाणी पावर को अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी में रखा है। दिलहाल इसे स्टेज- I में हुई है शॉर्टलिस्ट किया गया है। वहीं गौतम अदाणी के शयरों में कमी देखी गई है। (फाइल फोटो)
By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghUpdated: Thu, 23 Mar 2023 11:16 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Adani Power Short Term ASM: हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अदाणी समूह पर लगाए गए आरोपों की वजह से गौतम अदाणी (Gautam Adani) को फिलहाल राहत नहीं मिली है। प्रमुख एक्सचेंज NSE और BSE ने कहा है कि वे अदाणी पावर (Adani Power) को अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपाय ((ASM) ढांचे के तहत शामिल करेंगे।
यहां गौर करने वाली बात है कि दोनों एक्सचेंजों ने 8 मार्च को अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी विल्मर और अदाणी पावर को शॉर्ट-टर्म एएसएम के तहत रखा था। हालांकि, इन तीन शेयरों को 17 मार्च को शॉर्ट-टर्म एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया गया था।
स्टेज- I में हुई है शॉर्टलिस्ट
सर्कुलर के अनुसार, अदाणी पावर को शॉर्ट-टर्म एएसएम फ्रेमवर्क स्टेज- I में शॉर्टलिस्ट किया गया है और यह आज से प्रभावी को गए हैं। इससे पहले अदानी समूह के शेयरों - अदानी ग्रीन एनर्जी और एनडीटीवी को दोनो एक्सचेंजों द्वारा लंबी अवधि के एएसएम ढांचे के पहले चरण में रखा गया था।
एनएसई और बीएसई ने कहा कि अदाणी पावर ने शॉर्ट-टर्म एएसएम के तहत शामिल करने के मानदंडों को पूरा किया है। एएसएम के तहत प्रतिभूतियों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए उच्च-निम्न भिन्नता, ग्राहक एकाग्रता, मूल्य बैंड हिट की संख्या और मूल्य-अर्जन अनुपात शामिल हैं।
एक्सचेंजों के मुताबिक, मार्जिन की लागू दर 50 प्रतिशत या मौजूदा मार्जिन जो भी अधिक हो, मार्जिन की अधिकतम दर 100 प्रतिशत के अधीन होगी। ये 24 मार्च, 2023 से सभी खुले पदों पर होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस ढांचे में डालने का मतलब है कि कंपनी को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के लिए 100 फीसदी अपफ्रंट मार्जिन की जरूरत होगी।