पढ़ाई के लिए ले रहे हैं लोन तो जरूर अपनाएं ये 4 टिप्स, होगा आपका फायदा
हमारे देश में उच्च शिक्षा काफी महंगी है। शिक्षा पर लगने वाला खर्च हर साल महंगा होता जा रहा है।
By NiteshEdited By: Updated: Wed, 21 Nov 2018 06:27 PM (IST)
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। हमारे देश में उच्च शिक्षा काफी महंगी है। शिक्षा पर लगने वाला खर्च हर साल महंगा होता जा रहा है। बच्चों की पढ़ाई के लिए माता-पिता पैसे की जुगाड़ में सोने में या फिक्स्ड एसेट में निवेश करते हैं। वहीं अगर आप विदेशों में जाकर पढ़ना चाहते हैं तो भी यह काफी महंगा पड़ जाता है। इसलिए बहुत सारे लोग हायर एजुकेशन के लिए लोन लेते हैं। बैंक देश में हायर एजुकेशन के लिए 10 लाख रुपये और विदेशों में जाकर पढ़ने के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन देते हैं। हालांकि लोन लेते वक़्त आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं लोन लेते वक़्त आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
लोन लेने से पहले बनाएं योजना: किसी भी तरह का लोन लेने से पहले उसके बारे में योजना बना लेनी चाहिए। हर लोन की तरह एजुकेशन लोन लेने पर भी उसे समय पर चुकाने की योजना तैयार कर लें। अगर आप समय पर इसका भुगतान नहीं कर पाते हैं तो आप पर आर्थिक बोझ बढ़ता जाएगा। साथ ही लोन लेने से पहले अपनी परिवार की वित्तीय जिम्मेदारी और स्थिति का भी आकलन करें। इसलिए एजुकेशन लोन लेने से पहले इन सारी स्थितियों को भी ध्यान रखना चाहिए।
सावधानी से चुनें बैंक: लोन लेने वक्त बैंक का चुनाव सावधानी से करें। ऐसा बैंक चुने जो आसानी से आपकी लोन चुकाने की अवधि को कम-ज्यादा कर दें। कई बार ऐसा होता है कि तय अवधि तक लोन का भुगतान नहीं किया जाता है। इसलिए ऐसा बैंक चुनें जो ऐसी स्थिति आने पर अवधि को बढ़ा दें। इसके अलावा अगर आप कमजोर सामाजिक वर्ग से आते हैं तो सरकारी बैंक से ही एजुकेशन लोन लेने की कोशिश करें। इसका फायदा यह होगा कि ब्याज सब्सिडी की सरकारी योजना का लाभ पाने के योग्य होंगे।
ज्यादा बचत: एजुकेशन लोन लेने के बाद आप बिना किसी व्यवधान के अपनी कमाई में से बचत को जारी रख सकते हैं, जिससे आगे आपकी किसी भी वित्त जरूरतों की पूर्ति हो सकती है। आप चाहें तो बच्चों की शादी, घर खरीदने में अपनी बचत का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे यह होगा कि आप रिटायरमेंट के बाद अपने बच्चों पर निर्भर नहीं रहेंगे।
मोरेटोरियम पीरियड: मोरेटोरियम पीरियड लोन टाइम के समय उधारकर्ता को दी गई अवकाश अवधि की तरह है। इस अवधि में उधारकर्ता को लोन चुकाने से छूट मिलती है। एजुकेशन लोन के मामले में, उधारकर्ता को कोर्स पूरा होने की तारीख से 6 महीने से 1 वर्ष तक के लिए छूट मिलती है, इससे लोन लेने वाले को अच्छी नौकरी तलाशने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।