FPI: भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की रुचि बढ़ी, मई में 37316 करोड़ रुपये का निवेश
FPI Investment भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई ने सबसे ज्यादा निवेश किया है। मई महीने में 37316 करोड़ रुपये का इंवेस्टमेंट हुआ है। एक नजर डालते हैं इस बात पर कि एफपीआई ने किस सेक्टर में सबसे अधिक इंवेस्टमेंट किया है?
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth PriyadarshiUpdated: Sun, 28 May 2023 01:12 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Fundamentals, Reasonable Valuation: भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों (FPI) ने अबतक 37,316 करोड़ रुपये का निवेश किया है। भारतीय बाजारों के प्रति एफपीआई का आकर्षण बढ़ रहा है, इसके पीछे की वजह मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल और शेयरों के उचित मूल्यांकन है। यह पिछले छह महीनों में एफपीआई द्वारा किया गया सबसे अधिक निवेश है। इससे पहले,एफपीआई ने नवंबर 2022 में इक्विटी में 36,239 करोड़ रुपये का नेट इंवेस्टमेंट किया था। ये डिपॉजिटरी के पास मौजूद आंकड़ों से पता चलता है।
मॉर्निंगस्टार इंडिया (Morningstar India) के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि आगे चलकर अमेरिका की ऋण सीमा (US debt ceiling) और घरेलू मैक्रो-इकोनॉमिक आंकड़े बाजार के लिए सकारात्मक साबित हो सकते हैं। जिससे विदेशी निवेशकों का प्रवाह को बढ़ावा दे सकता है।
मार्च-अप्रैल के मुकाबले FPI का निवेश बढ़ा
एसएएस ऑनलाइन (SAS Online) के सीईओ श्रेय जैन ने कहा कि एफपीआई प्रवाह (FPI flows) के लिए ऑउटलुक में काफी सुधार हुआ है। इसकी वजह अमेरिका में मात्रात्मक कड़े चक्र (Quantitative Tightening Cycle) का पूरा होना और वैश्विक बाजारों की तुलना में भारतीय बाजार का बेहतर प्रदर्शन है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने दो से 26 मई के दौरान भारतीय शेयर्स में 37,317 करोड़ रुपये का नेट इनवेस्टमेंट किया है। इससे पहले उन्होंने अप्रैल में इक्विटी में 11,630 करोड़ रुपये और मार्च में 7,936 करोड़ रुपये का निवेश किया।
FPI ने मई में कितना निवेश किया
मार्च में सबसे ज्यादा निवेश अमेरिका के जीक्यूजी पार्टनर्स ने किया है। इन्होंने अडाणी समूह की कंपनियों में इंवेस्ट किया था। अगर अमेरिकी बेस्ड जीक्यूजी (US Based GQG) पार्टनर के इंवेसटमेंट को हटा दिया जाए, तो नेट इंवेस्टमेंट नेगेटिव हो जाएगा।
इसके अलावा इस साल के पहले दो महीने में एफपीआई ने शेयरों से 34,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी। शेयर्स के अलावा एफपीआई ने मई में अबतक डेट मार्केट यानी बॉन्ड बाजार में 1,432 करोड़ रुपये डाले हैं। इस ताजा प्रवाह के साथ 2023 में अबतक एफपीआई का निवेश 22,737 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।