Go First Crisis: डूबने की कगार तक कैसे पहुंची एयरलाइन? क्या रही इसकी वजह, यात्रियों को कब मिलेगा रिफंड
Reason Behind Go First Airline Insolvency Crisis गो फर्स्ट एयरलाइन की ओर से 3 मई से लेकर 5 मई तक की सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। आज हम रिपोर्ट में एयरलाइन क्राइसिस से जुड़ी सभी प्रमुख बातें बताने जा रहे हैं। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Wed, 03 May 2023 09:38 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अल्ट्रा लो कॉस्ट एयरलाइन गो फर्स्ट की ओर से दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन कर दिया गया है। साथ ही एयरलाइन की ओर से तीन दिनों के लिए बुकिंग और शेड्यूल्ड उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। ऐसे में टिकट की बुकिंग करा चुके यात्रियों के मन में रिफंड को लेकर दुविधा की स्थिति बनी हुई कि आखिर उन्हें अपना पैसा कैसे मिलेगा।
GO Fist एयरलाइन क्राइसिस की मुख्य बातें
1. गो फर्स्ट एयरलाइन की ओर से मंगलवार को कहा गया है कि फंड की कमी के चलते 3 मई से लेकर 5 मई तक अपने ऑपरेशन बंद रखेगा। साथ ही एयरलाइन ने NCLT में दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन कर दिया।
2. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत सरकार हर संभव तरीके से गो फर्स्ट एयरलाइंस की सहायता कर रही है। यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान का प्रबंध करना एयरलाइन का कर्तव्य है, जिससे यात्रियों को कोई भी असुविधा न हो।
3. डीजीसीए की ओर से बुधवार को गो फर्स्ट एयरलाइन को 3 मई से लेकर 5 मई तक उड़ानों के रद्द रहने की सूचना पहले से नहीं देने को लेकर नोटिस जारी कर दिया गया है।4. एयरलाइन का कहना है कि प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों के विफल होने के कारण कंपनी को अपनी 50 प्रतिशत से अधिक फ्लीट को ग्राउंड करना पड़ा है और कंपनी को नुकसान हो रहा है। इस वजह से अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा करने की स्थिति में नहीं है।
5. गो फर्स्ट एयरलाइन को विश्वास था कि कंपनी को प्रमोटर इक्विटी और बैंक लोन के जरिए अप्रैल के अंत वित्तीय सहायता मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।