Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Google India ने 450 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, कंट्री हेड ने मेल लिख दी जानकारी

Google Layoff टेक कंपनियों में छंटनी का दौरान रुक नहीं रहा है। अब गूगल इंडिया की ओर से छंटनी की गई है। इससे पहले Microsoft Twitter और Amazon जैसी कंपनियां भी ऐसा की कदम उठा चुकी हैं। (जागरण फाइल फोटो)

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Fri, 17 Feb 2023 02:28 PM (IST)
Hero Image
Google India lay off more than 450 employees

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिग्गज टेक अमेरिकी टेक कंपनी गूगल इंडिया ने भारत में अलग- अलग विभागों में  450 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया है। कंपनी की ओर से छंटनी की जानकारी गुरुवार देर रात प्रभावित कर्मचारियों को मेल कर दी गई।

समाचार एजेंसी आईएएनएस और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने ईमेल के जरिए कर्मचारियों को ये जानकारी दी। हालांकि, गूगल द्वारा इस पर आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये 453 छंटनी, गूगल के 12,000 कर्मचारियों को वैश्विक छंटनी का हिस्सा है या नहीं।

12000 कर्मचारियों की छंटनी

पिछले महीने गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की ओर से 12000 कर्मचारियों को नौकरी से हटाया गया था। इस दौरान सीईओ सुदंर पिचाई ने कहा था कि कंपनी की ग्रोथ कम होने के कारण ये फैसला लेना पड़ा है।

बदलाव से गुजर रहा गूगल

गूगल इन दिनों बदलाव से गुजर रहा है। कंपनी ने गेमिंग प्लेटफॉर्म Google Stadia  को बंद कर दिया है। वहीं, 16 फरवरी के यूट्यूब के सीईओ पद पर भारतीय मूल के नील मोहन को नियुक्त किया है।

टेक कंपनियों में चल रहा छंटनी का दौर

अमेरिका समेत पश्चिमी देशों में महंगाई बढ़ने और ब्याज दरों में इजाफा होने के कारण मंदी का दौर देखने को मिल रहा है। जनवरी के महीने में ही माइक्रोसॉफ्ट 10,000 कर्मचारियों और कुल वर्कफोर्स का 5 प्रतिशत की छंटनी कर चुका है। वहीं, अमेजन 18,000 कर्मचारियों को नौकरी से हटा चुका है। पिछले साल मेटा ने 11,000 कर्मचारियों और कुल वर्कफोर्स का 13 प्रतिशत हिस्से की छंटनी कर दी थी। साथ ही, अन्य बड़ी टेक कंपनियों से भी छंटनी की खबरें हैं।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Bank FD Interest: एफडी में अब मिल रहा 8.10 प्रतिशत तक का ब्याज, DCB और IDBI बैंक ने रेट्स में किया इजाफा

Tesla के सेल्फ ड्राइविंग सिस्टम पर अमेरिका में उठे सवाल, कंपनी ने 3,62,000 गाड़ियां की रिकॉल