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मेडिसिन बिल से अब नहीं होगा हाल बेहाल, सरकार ने 651 आवश्यक दवाओं के दाम घटाए

Essential Medicines Caps Ceiling Prices जरूरी दवाओं की अधिकतम कीमत को सरकार ने 7 फीसद तक कम कर दिया है। इसमें 651 दवाओं को शामिल किया गया है। वैसे इस लिस्ट में 800 से भी ज्यादा मेडिसिन शामिल हैं। (फाइल फोटो)

By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghUpdated: Mon, 03 Apr 2023 04:37 PM (IST)
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Essential Medicines Caps Ceiling Prices Down By 7 PC
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दवाओं के बढ़ते दाम की वजह से परेशान जनता के लिए सरकार ने एक राहत की खबर सुनाई है। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने कहा है कि 651 आवश्यक दवाओं की कीमत को 1 अप्रैल से औसतन 6.73 प्रतिशत कम कर दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले साल सितंबर में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (NLEM) में संशोधन किया था।  इसमें कुल 870 दवाओं को शामिल किया गया है, जिसमें से 651 आवश्यक दवाओं की कीमत में कैपिंग सीलिंग प्राइस को तय कर दिया गया है।

ज्यादातर दवाओं की कीमत घटी 

राष्ट्रीय दवा मूल्य नियामक ने अपने एक ट्वीट में कहा कि सरकार आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत सूचीबद्ध कुल 870 दवाओं में से अब तक 651 दवाओं की अधिकतम कीमत तय करने में सफल रही है। इससे हर व्यक्ति तक जरूरी दवाओं की पहुंच को बढ़ाया जा सकेगा। 

एनपीपीए ने कहा है कि अधिकतम कीमतों की कैपिंग के साथ 651 आवश्यक दवाओं की कीमत में पहले ही 16.62 प्रतिशत की कमी की गई थी। आवश्यक दवाओं की कीमत 12.12 प्रतिशत बढ़नी थी, लेकिन अब 1 अप्रैल से इसे 6.73 प्रतिशत कम कर दिया गया है।

उपभोक्ताओं को होगा फायदा

एनएलईएम के मुताबिक, दवाओं की कीमत कम होने का सबसे बड़ा फायदा उपभोक्ताओं को होगा। अगर पिछले आंकड़ों को देखें तो थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित दवाओं की कीमतों में 12.12 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई है। 2022 के लिए वार्षिक परिवर्तन 12.12 प्रतिशत था। हालांकि, फिर भी कीमतों को कम करने में सफलता मिली है।

2013 से तय किए जा रहे हैं दाम

यह पहली बार नहीं है जब आवश्यक दवाओं की अधिकतम कीमत तय की जा रही है। कीमतों को  तय करने का आदेश DSPO द्वारा 2013 से दिया जा रहा है। यह एक विशेष चिकित्सीय खंड द्वारा की जाती है, जो 1 प्रतिशत से अधिक की बिक्री वाली सभी दवाओं के सामान्य औसत पर आधारित है।