महारत्न कंपनी Coal India में 3 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी सरकार, OFS के जरिए खुलेगा ऑफर
देश की महारत्न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड में सरकार अपनी 3 फीसदी हिस्सेदारी को बेचेगी। यह ब्रिक्री OFS के माध्यम से अगल महीने की पहली और दूसरी तारीख यानी 1 जून और 2 जून को खुदरा और गैर-खुदरा निवेशकों के लिए खुलेगी।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 31 May 2023 08:24 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: केंद्र सरकार ने आज जानकारी देते हुए बतायाा कि 1 जून से ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कोल इंडिया लिमिटेड में तीन फीसदी तक हिस्सेदारी बेचेगी। सरकार ने बताया कि ओएफएस 1 और 2 जून को खुदरा और गैर-खुदरा निवेशकों के लिए खुला रहेगा।
क्या है ऑफर ?
केंद्र सरकार फिलहाल प्रस्ताव कोयला उत्पादक में अभी 1.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी के लिए 9.24 करोड़ शेयरों को बेचेगी। इसके अलावा कंपनी के 9,24,40,924 (1.50 फीसदी) इक्विटी शेयरों को अतिरिक्त रूप से बेचने का विकल्प होगा।
रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, ओवर सब्सक्रिप्शन के मामले में समान मात्रा में हिस्सेदारी बेचने के लिए ग्रीन शू विकल्प होगा। आज कारोबारी सत्र के बंद होने के बाद कोल इंडिया का शेयर बीएसई पर 241.20 रुपये का है। इस हिसाब से तीन फीसदी हिस्सेदारी का मूल्य 4,400 करोड़ रुपये होते हैं।
क्या होता है OFS ?
ऑफर फॉर सेल एक आसान तरीका है जिसमें सार्वजनिक कंपनियों के प्रमोटर एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर बेचते हैं और अपनी होल्डिंग कम कर सकते हैं।क्या है कोल इंडिया ?
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) सरकारी कोयला खनन कंपनी है जो नवंबर 1975 में अस्तित्व में आई थी। अपनी स्थापना के वर्ष में 79 मिलियन टन (MTs) के मामूली उत्पादन के साथ CIL आज दुनिया का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक है और दुनिया में सबसे बड़ा कोयला उत्पादक है।
CIL भारत के आठ राज्यों में फैले 84 खनन क्षेत्रों में अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से काम करती है। 1 अप्रैल, 2020 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के पास 352 खदानें हैं, जिनमें से 158 भूमिगत, 174 खुली और 20 मिश्रित खदानें हैं।सीआईएल के 26 प्रशिक्षण संस्थान और 84 व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र हैं। भारतीय कोयला प्रबंधन संस्थान (IICM) एक अत्याधुनिक प्रबंधन प्रशिक्षण 'उत्कृष्टता केंद्र' के रूप में - भारत में सबसे बड़ा कॉर्पोरेट प्रशिक्षण संस्थान CIL के तहत संचालित होता है और बहु-विषयक कार्यक्रम आयोजित करता है।
CIL की सात उत्पादक सहायक कंपनियां हैं, इनके नाम ईस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (ECL), भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL), सेंट्रल कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (CCL), वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (WCL), साउथ ईस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (SECL), नॉर्दर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (NCL) और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (MCL) है।