GST evasion: जीएसटी चोरी पर एक्शन में सरकार, डेटा एनालिटिक्स की मदद से होगी 'मिसिंग लिंक' की पहचान
GST की चोरी पर अधिकारी कड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं। इसके लिए चोरी के मिसिंग लिंक की पहचान करने के लिए डेटा एनालिटिक्स की मदद ली जा रही है। 2022-23 में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी का पता चला है। (फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sun, 23 Apr 2023 02:19 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) भुगतान में चोरी और विशेष क्षेत्र में पूरी सप्लाई चेन में पर्याप्त जीएसटी का भुगतान हो रहा है या नहीं, यह पता लगाने के लिए जीएसटी अधिकारी अब डेटा एनालिटिक्स की मदद ले रहे हैं।
एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी
31 मार्च 2023 को समाप्त हुए वित्त वर्ष 23 में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी का पता चला था जिसके बाद से जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने तत्काल प्रभाव से चोरी को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी थी ताकि इस मामले को जल्द से जल्द सुधारा जा सके।
समाचार एजेंसी पीटीआई को एक जीएसटी अधिकारी ने बताया कि 'मिसिंग लिंक' की पहचान करने के लिए
'एंड-टू-एंड' एनालिटिक्स और 'गैप विश्लेषण' का उपयोग किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द इस मामले में सुधारा जाए।
पकड़े जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
अच्छी तरह से विश्लेषण करने के बाद जीएसटी विभाग जरूरत पड़ने पर कानून या टैरिफ में भी कुछ बदलाव कर सकता है और इसे अनुमोदन के लिए जीएसटी परिषद के सामने रख सकता है ताकि चोरी की जांच की जा सके। जीएसटी अधिकारी ने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में चोरी का मामला सामने आता है तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।