कारपेट, बिल्ट और सुपर बिल्ट-अप एरिया को कितना समझते हैं आप? घर खरीदने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
अगर आप फ्लैट खरीदने जा रहे हैं कुछ बातें जान लेना आपके लिए बहुत जरूरी है। कारपेट बिल्ट और सुपर बिल्ट-अप एरिया जैसी कई चीजें हैं जो आपको घर खरीदने से पहले समझ लेना चाहिए। कहीं आपको कोई बड़ा नुकसान न हो जाए।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Sat, 26 Nov 2022 07:47 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। यदि आप घर खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो ऐसे बहुत से शब्द हैं जो आप आम तौर पर खूब सुनते होंगे। कारपेट एरिया, बिल्ट-अप एरिया और सुपर बिल्ट-अप एरिया जैसे शब्दों से आपका सामना रोज होता होगा।
लेकिन अगर आपको इनके बारे में नहीं पता है तो जानकारी कर लेना ही बेहतर है। घर खरीदते समय बिल्डर को पैसे देने से लेकर मेनटेनेन्स तक इनका बहुत महत्व है। आइए, आपको बताते हैं कि इन शब्दों का मतलब क्या है और घर खरीदने से पहले आपके लिए ये क्यों जरूरी हैं।
कारपेट एरिया
जैसा कि नाम से पता चलता है, यह फ्लैट का वह क्षेत्र है जिसे 'कालीन' से ढका जा सकता है, यानी उसका इस्तेमाल किया जा सकता है। मोटे तौर पर कहें तो ये वो एरिया होता है, जिसका इस्तेमाल रहन-सहन के लिए किया जाता है। यह एक फ्लैट का शुद्ध उपयोग योग्य क्षेत्र है जिसमें रहने के कमरे, किचन, बेडरूम, बाथरूम और रसोईघर शामिल हैं। रेरा (रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) अधिनियम के तहत, कारपेट एरिया को थोड़ा अलग तरीके से परिभाषित किया गया है। RERA ने अब बिल्डरों के लिए कारपेट एरिया पर फ्लैट बेचना अनिवार्य कर दिया है।कारपेट एरिया में फ्लैट की बाहरी दीवारें, बाहरी क्षेत्र जैसे बालकनी, बरामदा, छत और सामान्य क्षेत्र जैसे लिफ्ट, गलियारे, क्लब हाउस इत्यादि शामिल नहीं हैं। इसका मतलब है कि कारपेट एरिया ही वो जगह है, जो आप अपने घर में इस्तेमाल कर पाएंगे।
कारपेट एरिया में क्या शामिल है
बेडरूम, डाइनिंग रूम, ड्रेसिंग रूम, लीविंग रूम, किचन, स्टडी, स्टोर, कोई और कमरा, बाथरूम, घर के भीतर बालकनी और घर के भीतर सीढ़ियां आदि इसमें शामिल हैं।