Mobile App के जरिये लोन लेने से फर्जीवाड़े की आशंका ज्यादा, इन बातों का रखें ख्याल
जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाये तो इमरजेंसी फंड न हो तो लोन लेना पड़ता है। कई बार जल्दबाजी में लोग ऐसे एप का सहारा लेते हैं जो जल्द से जल्द लोन देने की बात करते हैं।
By NiteshEdited By: Updated: Wed, 24 Feb 2021 11:00 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाये तो इमरजेंसी फंड न हो तो लोन लेना पड़ता है। कई बार जल्दबाजी में लोग ऐसे एप का सहारा लेते हैं जो जल्द से जल्द लोन देने की बात करते हैं। आज कल धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसे एप की संख्या और जालसाजी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए एप के जरिये लोन लेने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें। RBI भी लगातार ग्राहकों को सचेत कर रहा है।
लोन देने वाले के बारे में जानकारी जुटाएंजिस तरह कर्जदाता प्रत्येक आवेदन के लिए नो योर कस्टमर्स (केवाईसी) करते हैं, ठीक उसी तरह कर्ज के लिए आवेदन करने से पहले अपने लोन देने वाले के बारे जानें। उन कंपनियों को जानें जो आरबीआई के साथ रजिस्टर्ड हैं।
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वेबसाइट चेक करें
बहुत सारे ऐसे चीनी एप हैं जिनकी कोई वेबसाइट नहीं है और इनसे लोन लेना खतरे से खाली नहीं है। भले ही कोई वेबसाइट लिस्टेड है लेकिन, लोन लेने से पहले उधारकर्ताओं को यह जांचना चाहिए कि कंपनी या बैंक RBI के साथ रजिस्टर्ड है या नहीं। इसके अलावा, कंपनी की पहचान संख्या की जांच करें। अगर किसी लेंडर के पास वेबसाइट नहीं है तो वह एप डाउनलोड न करें। आपके लिए खतरा हो सकता है।
यह भी पढ़ें: SBI Nominee Registration Process: घर बैठे ऑनलाइन जोड़ सकते हैं नॉमिनी का नाम, जानिए प्रक्रियाशिकायत निवारणलीगल लेंडिंग एप की पहचान करने का एक और तरीका यह है कि RBI-रजिस्टर्ड NBFC से वैध रूप से जुड़ा है। इसके अलावा सत्यापित उधारदाताओं को केवाईसी और कलेक्शन प्रैक्टिस विभिन्न नियामक दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है जो ग्राहकों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
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