भारत को धड़ल्ले से कच्चे तेल का निर्यात कर रहा रूस, ऑयल कंपनियों को डिस्काउंट रेट पर क्रूड की सप्लाई
Crude Oil Import India भारत की ओर से रूसी कच्चे तेल की खरीद अब के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। भारत के कुल कच्चे तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी 28 प्रतिशत हो गई है। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Mon, 06 Feb 2023 12:14 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत की ओर से रूस से कच्चे तेल का आयात लगातार बढ़ता जा रहा है और जनवरी में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। यह लगातार चौथा महीना है, जब रूस से कच्चे तेल का आयात पारंपरिक आपूर्तीकर्ता मध्य पूर्व के देशों से अधिक रहा है। ये सब रूस की ओर से कच्चे तेल की खरीद पर बाजार के मुकाबले भारतीय तेल कंपनियों को दिए जा रहे डिस्काउंट के कारण संभव हो पाया है।
कार्गो परिवहन पर नजर रखने वाली वार्टेक्सा के आंकड़ों के अनुसार, रूस- यूक्रेन युद्ध से पहले भारत के कच्चे तेल आयात में रूस का हिस्सा एक प्रतिशत से भी कम था, जो कि अब बढ़कर 1.27 मिलियन बैरल प्रतिदिन या 28 प्रतिशत हो गया है।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल खरीददार
अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल खरीददार देश है। युद्ध के बाद अमेरिका और पश्चिमी देशों की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के कारण रूस को कच्चे तेल बिक्री में मुश्किलों का सामना पड़ा रहा है,जिस कारण रूस अपने कच्चे तेल खरीददारों को डिस्कांउट दे रहा है।