India GDP: 2022-23 में 7.2 फीसद रही देश की विकास दर, मार्च तिमाही में 6.1 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान
India GDP Report Latest राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से आज मार्च तिमाही का जीडीपी डाटा रिलीज हुआ। 2022-23 में जीडीपी वृद्धि 7 फीसदी से अधिक होने का अनुमान आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास पहले ही जता चुके थे। मार्च तिमाही में 6.1 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Wed, 31 May 2023 05:46 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। GDP Data 2022-23: सरकार ने जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी कर दिए हैं। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत की पिछली तिमाही में जीडीपी 6.1 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी है। पिछले वित्त वर्ष में 9.1 प्रतिशत विस्तार के मुकाबले 2022-23 में जीडीपी 7.2 प्रतिशत बढ़ी है।
2022-23 वित्त वर्ष की जीडीपी ग्रोथ रेट 9.1% से घटकर 7.2% पर आ गई है, जबकि वित्त वर्ष 2023 के लिए GVA भी सालाना आधार पर 8.8 फीसदी से घटकर 7 फीसदी पर है। इसके साथ ही GVA चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 3.9 फीसदी से बढ़कर 6.5 फीसदी पर है।
एग्री सेक्टर में भी हुआ ग्रोथ
एनएसओ के जारी आंकड़ों के अनुसार, एग्री सेक्टर में तिमाही और सालाना आधार पर ग्रोथ हुई है। चौथी तिमाही में एग्री सेक्टर का तिमाही-दर-तिमाही आधार पर ग्रोथ रेट 4.7 फीसदी से बढ़कर 5.5 फीसदी हो गया है। जबकि, पिछले साल इसी तिमाही में ये आंकड़े 4.1 फीसदी थे।किन सेक्टर में कितनी ग्रोथ हुई?
पिछले तिमाही माइनिंग सेक्टर में 4.1 फीसदी ग्रोथ देखने को मिला है। वहीं इस साल इस सेक्टर में 4.3 फीसदी की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में 6.9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है, पिछले साल इसी तिमाही इस सेक्टर में 8.2 फीसदी की ग्रोथ हुई थी। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। पिछले तिमाही इस सेक्टर 8.3% की ग्रोथ हुई थी जो इस तिमाही में बढ़कर 10.4 फीसदी हो गई है।
इस तिमाही ट्रेड, होटल सेक्टर में गिरावट देखने को मिली है। इसमें 9.1 ग्रोथ हुई है, जबकि पिछली तिमाही इस सेक्टर की ग्रोथ 9.6 फीसदी थी। फिन, रियल्टी सेक्टर में काफी ग्रोथ हुई है। पिछले तिमाही में यह 5.7% था, जो इस तिमाही बढ़कर 7.1% हो गया है।
जीडीपी को लेकर क्या उम्मीद जताई गई थी?
दुनिया की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं में भारत की अर्थव्यवस्था को शामिल किया जाता है। भारत की अर्थव्यवस्था को अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मानी जाती है।