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ग्लोबल संकट से भारतीय बैंकों को खतरा नहीं: आरबीआई गवर्नर

भारतीय बैंकों पर भरोसा जताते हुए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा की विपरीत वित्तीय पारिस्थितियों में भी भारतीय बैंकों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। शक्तिकांत दास ने कहा की भारतीय बैंको के पास पर्याप्त कैपिटल बफर है।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 27 Apr 2023 04:35 PM (IST)
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RBI governor expressed confidence in Indian banks
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली लचीली बनी हुई है और वैश्विक वित्तीय पारिस्थिति में हाल की घटनाओं से भारत के बैंकिंग व्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।

बैंकों के पास न्यूनतम से ऊपर कैपिटल बफर- शक्तिकांत दास

यूएस में सिलिकन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के डूबने के कारण अमेरिका और यूरोप में वित्तीय क्षेत्र में संकट पैदा हो गया था। आईबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस पर कहा कि भारतीय बैंक अपने कैपिटल बफर को न्यूनतम से ऊपर बनाए रखने में सक्षम है और किसी भी घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।

आरबीआई भारतीय बैंक को सपोर्टर करने के लिए प्रतिबद्ध- दास

शक्तिकांत दास ने कहा कि विश्व भर में अपरंपरागत नीतियों को अपनाने की वजह से कभी भी वित्तीय सेक्टर पर संकट आ सकती है जिसके लिए गवर्नर ने सभी हितधारकों से सतर्क रहने का आग्रह किया। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत का रिजर्व बैंक भारतीय बैंक के भविष्य के प्रमाण और इसके सतत विकास के लिए सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आरबीआई नहीं करता हस्तक्षेप- गवर्नर

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आरबीआई किसी भी बैंक और किसी भी विनियमित संस्थाओं के व्यावसायिक निर्णय लेने में हस्तक्षेप नहीं करता है। यह केवल इस बात पर जोर देता है कि विनियमित संस्थाओं को अपने व्यापार मॉडल से उत्पन्न होने वाले जोखिम से मेल खाने के लिए आंतरिक नियंत्रण और हानि क्षमता की पर्याप्तता का प्रदर्शन करना चाहिए।

बैंको का घटा एनपीए

शक्तिकांत दास ने कहा कि बैंको का नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) दिसंबर 2022 में 5.8 प्रतिशत से घटकर 4.41 प्रतिशत आ गया है। उन्होंने कहा कि बैंको का एनपीए 31 मार्च 2021 को 7.3 प्रतिशत था।