Infosys Q4 Net Profit: शानदार रहा इन्फोसिस की चौथी तिमाही का रिजल्ट, नेट प्रॉफिट में 7.8 प्रतिशत की बढ़त
Infosys Revenue Increases by 16% आईटी कंपनी इन्फोसिस ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए चौथी तिमाही का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस तिमाही में कंपनी को 7 फीसद से अधिक की बढ़त मिली। वहीं राजस्व में करीब 16 फीसद की बढ़त आई है। (फाइल फोटो)
By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghUpdated: Thu, 13 Apr 2023 05:26 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बेंगलुरु स्थित आईटी कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही काफी शानदार रही। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और विप्रो जैसी कंपनियों के साथ बाजार में प्रतिस्पर्धा करने वाली इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में अपने नेट प्राफिट में 7.8 प्रतिशत की सालाना बढ़त हासिल की है। इस तरह अब कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 6,128 करोड़ रुपये हो गया है।
तिमाही रिजल्ट आने के बाद इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख ने एक बयान में कहा, "जैसा कि माहौल बदल गया है, हम दक्षता, लागत और इस तरह के अवसरों के लिए अपने ग्राहकों से मजबूत रुचि देखते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बड़े सौदे पाइपलाइन में हैं।"
कैसे रहे आंकड़े
इन्फोसिस की वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 6,128 करोड़ रुपये की नेट प्रॉफिट रही, जबकि एक साल पहले कंपनी का नेट प्रॉफिट 5,686 करोड़ रुपये था। इस तरह सालाना आधार पर इस साल 7 फीसद से अधिक की बढ़त मिली। वित्तीय वर्ष 2023 के लिए नेट प्रॉफिट 9 प्रतिशत बढ़ गई है, जिससे कंपनी का पूरे साल के लिए नेट प्राफिट 24,095 करोड़ रुपये रहा।
राजस्व में उछाल
इन्फोसिस के राजस्व में भी उछाल आ गया है। वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कंपनी के राजस्व में 16 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे इस तिमाही में राजस्व 37,441 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पूरे साल के लिए राजस्व 20.7 प्रतिशत बढ़कर 146,767 करोड़ रुपये रहा। Infosys ने FY24 के लिए 4-7 फीसदी की रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस दी है। बता दें कि इस साल जनवरी में Q3 में आए रिजल्ट के बाद कंपनी ने अनुमानित बैंड को 16 से 16.5 प्रतिशत तक बढ़ा दिया, जो पहले 15-16 प्रतिशत अनुमान की गई थी।
वहीं, इसकी राइवल कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को वित्तीय वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनी को 14.8 प्रतिशत का लाभ हुआ है, जिससे कंपनी का नेट प्रॉफिट 11,392 करोड़ रुपये हो गया।