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पहले से बेहतर हुआ नया टैक्स पोर्टल, जानें-इंफोसिस और टैक्स एक्सपर्ट ने क्या कहा

स्टॉक एक्सचेंजों के साथ साझा किये गये जानकारी में इंफोसिस ने कहा है कि अब तक 3 करोड़ से अधिक करदाताओं ने पोर्टल में Login किया है और सफलतापूर्वक कई प्रकार के लेनदेन पूरे किए हैं। इंफोसिस ने स्वीकार किया कि कुछ यूजर्स को दिक्कतें हो रही हैं।

By Vineet SharanEdited By: Updated: Fri, 24 Sep 2021 09:59 AM (IST)
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सितंबर महीने में प्रत्येक दिन 15 लाख यूनिक यूजर्स ने नए पोर्टल में लॉग-इन किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इनकम टैक्स के नए पोर्टल पर अबतक तीन करोड़ से ज्यादा टैक्सपेयर्स ने बेहद सफल तरीके से लेनदेन पूरा किया है। अब तक करीब 1.5 करोड़ टैक्सपेयर्स ने आईटी रिटर्न दाखिल किया है। इनकम टैक्स पोर्टल को लेकर इंफोसिस ने बयान जारी करते हुये ये बातें कही हैं। कंपनी के मुताबिक बीते कुछ हफ्तों में पोर्टल के इस्तेमाल में जहां बढ़ोतरी हुई है, वहीं टैक्सपेयर्स की दिक्कतों को भी लगातार दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

स्टॉक एक्सचेंजों के साथ साझा किये गये जानकारी में इंफोसिस ने कहा है कि अब तक 3 करोड़ से अधिक करदाताओं ने पोर्टल में Login किया है और सफलतापूर्वक कई प्रकार के लेनदेन पूरे किए हैं। इंफोसिस ने स्वीकार किया कि कुछ यूजर्स को अभी भी इनकम टैक्स पोर्टल पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इनकम टैक्स विभाग के साथ मिलकर उन दिक्कतों को दूर किया जा रहा है जिससे एंड यूजर्स के अनुभव को बेहतर किया जा सके।

1.5 करोड़ रिटर्न दाखिल

इंफोसिस के मुताबिक सितंबर महीने में प्रत्येक दिन 15 लाख यूनिक यूजर्स ने नए पोर्टल में लॉग-इन किया है। 1.5 करोड़ इनकम रिटर्न दाखिल किया गया है जिसमें 85 फीसदी टैक्सपेयर्स जिन्होंने रिटर्न दाखिल किया है, आधार ओटीपी के जरिये उनका ई-वेरिफिकेशन पूरा हो चुका है। वर्तमान में हर दिन 2.5 लाख से अधिक रिटर्न दाखिल करने की सुविधा प्रदान की गई है। छोटे और बड़े व्यवसायों सहित सभी के लिए आईटीआर उपलब्ध है। पहले आईटीआर दाखिल करने के लिए बड़े व्यवसायों के लिए फॉर्म उपलब्ध नहीं था।

टैक्स एक्सपर्ट क्या बोले

करदाता सेवाएं जैसे ई-कार्यवाही, नोटिस और मांगों का जवाब, ई-पैन सेवाएं उपलब्ध कराया जा रहा। 16.6 लाख से अधिक ई-पैन आवंटित किए गए हैं। इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल के पूर्व जज गोपाल केडिया भी मानते हैं इंफोसिस द्वारा तैयार किये नए इनकम टैक्स पोर्टल में जो पूर्व में दिक्कतों थीं वो हाल के दिनों में काफी कम हुई है। पोर्टल में सुधार किया गया है। पहले आयकर रिटर्न नहीं भरा जा पा रहा था लेकिन अब रिटर्न दाखिल हो पा रहा।  

15 सितंबर तक की थी मोहलत

इससे पहले 23 अगस्त को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स के नए पोर्टल की गड़बड़ियों पर नाराजगी जताते हुए इंफोसिस के अधिकारियों को वित्त मंत्रालय तलब किया था और 15 सितंबर तक नए पोर्टल में सभी खामियों को दूर करने की हिदायत दी थी। हालांकि खुद इंफोसिस के बयान से जाहिर है कि पोर्टल की खामियों को पूरी तरह दूर किया जाना अभी भी बाकी है। टैक्सपेयर्स की इसी परेशानी के मद्देनजर सरकार ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग की आखिरी तारीख को 30 सितंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर 2021 करने का ऐलान किया है।

पोर्टल में सुधार है जारी

दरअसल देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने नया इनकम टैक्स पोर्टल तैयार किया है जिसे इसी वर्ष 7 जून को लॉन्च किया गया था। इंफोसिस के मुताबिक कुछ यूजर्स के दिक्कतों का उसे एहसास है और उसे बेहतर ढंग से समझने के लिए 1200 से अधिक टैक्सपेयर्स से वह सीधे संपर्क में है। तो कंपनी चार्टर्ड एकाउंटेंट कम्युनिटी के साथ मिलकर भी कमियों को दुरुस्त करने में जुटा है। इंफोसिस के मुताबिक इस प्रोजेक्ट से जुड़े 750 से अधिक संसाधनों के साथ, वह आयकर विभाग के अधिकारियों के सहयोग से प्रोजेक्ट के महत्वपूर्ण हिस्से को पूरा करने के लिए तेजी से प्रगति कर रही है। इंफोसिस ने कहा कि भारत सरकार के साथ साझेदारी करने पर उसे गर्व है।

यूजर फ्रेंडली है नए पोर्टल का मकसद

इनकम टैक्स रिटर्न के प्रोसेसिंग को 63 दिनों से घटाकर एक दिन करने के लिए पुराने ई-फाइलिंग पोर्टल को बदलने और नए ई-फाइलिंग पोर्टल को विकसित करने के लिए इंफोसिस को  4,200 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। नए पोर्टल का मकसद पोर्टल को यूजर फ्रेंडली बनाना और रिफंड में तेजी लाना है।