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Nokia ने 60 साल बाद बदला अपना लोगो, सीईओ बोले- अब मोबाइल कारोबार कंपनी की पहचान नहींं, इन क्षेत्रों पर फोकस

Nokia की ओर से अपने 60 साल पुराने लोगो को बदल दिया गया है। कंपनी के सीईओ पेक्का लुंडमार्क का कहना है कि यह कंपनी के मोबाइल से जुड़ाव को दिखाता था लेकिन अब कंपनी का कारोबार बदल गया (फोटो - रॉयटर्स)

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Mon, 27 Feb 2023 08:39 AM (IST)
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Nokia changes iconic logo to signal strategy shift
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Nokia New Logo: एक समय दुनिया की टॉप मोबाइल फोन कंपनी रही नोकिया ने रविवार को अपनी ब्रांड इमेज बदलने के प्लान का ऐलान किया। इस कड़ी कंपनी ने 60 सालों में पहली बार अपना लोगो बदला। नोकिया के नए लोगो में अलग- अलग अक्षरों में NOKIA लिखा हुआ है। इसमें नीले, पिंक, बैंगनी के साथ कई और रंगों का उपयोग किया गया है, जबकि पहले कंपनी का लोगो सिर्फ नीले रंग का था।

टेक्नोलॉजी कारोबार पर फोकस

नए लोगो के बारे में बताते हुए कंपनी के सीईओ पेक्का लुंडमार्क (Pekka Lundmark) ने बार्सिलोना में मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC)की पूर्व संध्या पर एक इंटरव्यू में कहा कि यह स्मार्टफोन से कंपनी के जुड़ाव को दिखाता था, लेकिन आज कंपनी का व्यवसाय बदल गया और टेक्नोलॉजी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। काफी सारे लोगों के दिमाग अभी नोकिया की छवि एक सफल मोबाइल ब्रांड की हैं, लेकिन नोकिया वह नहीं है।

आगे कहा कि एक नया ब्रांड जो नेटवर्क और औद्योगिक डिजिटलीकरण पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो विरासत मोबाइल फोन से बिल्कुल अलग है।

एचएमडी ग्लोबल के पास मोबाइल कारोबार

एचएमडी ग्लोबल की ओर से नोकिया ब्रांड के मोबाइल की बिक्री की जा रही है। 2014 में नोकिया का मोबाइल व्यवसाय खरीदने वाली माइक्रोसॉफ्ट की ओर से नाम का उपयोग बंद करने के बाद एचएमडी को लाइसेंस मिला।

टेलीकॉम गियर के कारोबार में कंपनी

कंपनी ने अपना ध्यान सर्विस प्रोवाइडर व्यापार पर केंद्रित किया हुआ है, जिसमें कंपनी टेलीकॉम कंपनियों को 5G गियर आदि की बिक्री करती है। लुंडमार्क ने बताया कि पिछले साल ये कारोबार 21 प्रतिशत बढ़ा था, जो कि कुल बिक्री का 8 प्रतिशत या 2 अरब यूरो (2.11 अरब डॉलर) है।

इसके साथ कंपनी दुनिया की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के साथ 5G गियर उपलब्ध कराने के लिए साझेदारी भी कर रही है। लुंडमार्क ने कहा कि भारत कंपनी के सबसे तेजी के बढ़ते हुए बाजारों में हैं। नॉर्थ अमेरिका में 2023 की दूसरी छिमाही कंपनी के लिए अच्छी साबित हो सकती है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)