Adani Enterprises: निवेशकों के लिए खुशखबरी, NSE और BSE की निगरानी सूची से हटाया गया अदाणी एंटरप्राइजेज
Adani Enterprises Stocks Short Term Asm Framework अदाणी एंटरप्राइजेज को हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद NSE और BSE की ओर से एएसएम फ्रेमवर्क में डाल दिया गया था। रेगुलेटर द्वारा ये कदम शेयर में अनिश्चित उतार-चढ़ाव रोकने के लिए उठाया गया था। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 07 Mar 2023 02:13 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने अदाणी एंटरप्राइजेज को छोटी अवधि की निगरानी प्रक्रिया यानी एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया है। एक्सचेजों की ओर से लिया गया ये फैसला अगले कारोबारी सत्र 8 मार्च से लागू हो जाएगा।
जनवरी के आखिरी हफ्ते में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट निकाली थी, जिसके बाद ग्रुप के शेयरों में तेज बिकवाली देखने को मिली थी। इस कारण एनएसई और बीएसई की ओर से अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट को एएसएम फ्रेमवर्क में डाल दिया था।
अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट हो चुके हैं बाहर
रेगुलेटर की ओर से अदाणी ग्रुप की दो कंपनियों अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट को पहले ही 13 फरवरी को एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर किया जा चुका है। इसके बाद अब अदाणी एंटरप्राइजेज को भी नियामकों ने एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर करने का फैसला किया है।
रेगुलेटर की ओर से कहा गया कि शेयर की खरीद बिक्री पर अब किसी भी तरह की कोई रोक नहीं होगी। अधिकतम मर्जिन की सीमा को 100 प्रतिशत तक कर दिया गया है।